PM In Aligarh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितंबर यानि मंगलवार को यूपी के अलीगढ़ (PM In Aligarh) दौरे पर होंगे. अपने दौरे पर पीएम मोदी महेंद्र प्रताप राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे साथ ही अलीगढ़ डिफेंस कॉरिडोर का उद्घाटन भी करेंगे. कार्यक्रम के अनुसार पीएम मोदी 14 सितंबर को दोपहर लगभग 12 बजे अलीगढ़ में राजा महेन्द्र प्रताप सिहं राज्य विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे. इस अवसर पर पीएम लोगों को संबोधित भी करेंगे. साथ ही उत्तर प्रदेश के डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के अलीगढ़ नोड तथा राजा महेन्द्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय के मॉडलों की प्रदर्शनी का भी निरीक्षण करेंगे.
92 एकड़ से अधिक जमीन पर बनेगा विश्वविद्यालय
राजा महेन्द्र प्रताप सिंह महान स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद् और सामाजिक सुधारक हैं. राज्य सरकार इस विश्वविद्यालय को उनके सम्मान में स्थापित कर रही है.
विश्वविद्यालय की स्थापना अलीगढ़ की कोल तहसील के गांव लोधा और गांव मूसेपुर करीम जरौली में 92 एकड़ से अधिक क्षेत्र की जमीन पर होगी. अलीगढ़ प्रखंड के 395 कॉलेज इस विश्वविद्यालय से सम्बद्ध होंगे.
उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर
उत्तर प्रदेश में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की स्थापना की घोषणा पीएम मोदी ने 21 फरवरी 2018 को लखनऊ में आयोजित उत्तर प्रदेश निवेशक सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान की थी.
डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के 6 नोड–अलीगढ़, आगरा, कानपुर, चित्रकूट, झांसी और लखनऊ की योजना बनाई गई है.
अलीगढ़-नोड में 19 फर्मों को जमीन आवंटित
अलीगढ़-नोड के सिलसिले में भूमि आवंटन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और 19 फर्मों को जमीन आवंटित कर दी गई है, जो इसके विकास के लिये 1245 करोड़ रुपये का निवेश करेंगी.
इसके तहत एलन एंड अल्वन प्राइवेट लिमिटेड ने अलीगढ़ नोड में ड्रोन बनाने के लिए 30.75 करोड़ रुपये का निवेश किया है जबकि एंकोर रिसर्च लैब एलएलपी कंपनी को 10 हेक्टेयर और एलन एंड अल्वन प्राइवेट लिमिटेड को अलीगढ़ मोड़ में भूमि आवंटित गई है.
ये कंपनी 550 करोड़ रुपये का निवेश कर ड्रोन बनाएंगी. यह दोनों की कंपनियां सेना के लिए अत्याधिनिक सुविधाओं से युक्त ड्रोन का निर्माण करेंगी.
रक्षा उत्पादन निर्माण में यूपी होगा आत्मनिर्भर
उत्तर प्रदेश के रक्षा औद्योगिक गलियारे से देश को रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और ‘मेक इन इंडिया’ को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी.
यूपीडा के अधिकारियों का कहना है कि यूपी के डिफेंस कॉरिडोर में सेना के लिए ब्रह्मोस मिसाइल, ड्रोन और स्माल आर्म्स बनाने जाने से यूपी को नई पहचान मिलेगी.
चार साल पहले तक रक्षा क्षेत्र के उपकरण आदि बनाने के मामले में यूपी का कोई नाम नहीं लेता था, लेकिन अब रक्षा क्षेत्र की बड़ी -बड़ी कंपनियां यूपी के डिफेंस कॉरिडोर में निवेश करने में रूचि दिखा रही हैं.
जल्दी ही उत्तर प्रदेश रक्षा उत्पाद निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की ओर तेजी से बढ़ेगा. यही नहीं जल्दी ही यूपी के डिफेंस कॉरिडोर में कई अन्तर्राष्ट्रीय कंपनियां भी अपनी यूनिट लगाती हुई दिखाई देंगी.