हमले के बाद इजराइल-ईरान के बीच बढ़ा तनाव अब कम हो रहा है, जिससे मिडिल ईस्ट में युद्ध का जोखिम अब कम हो गया है. इस कारण सोमवार को कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Price) में गिरावट दर्ज की गई. ब्रेंट वायदा 54 सेंट गिरकर 86.75 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया और मई के लिए यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) क्रूड कॉन्ट्रैक्ट 12 सेंट गिरकर 83.02 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार करता देखा गया.
रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में विश्लेषकों के हवाले से कहा है कि आर्थिक चिंताओं के चलते कच्चे तेल के बाजार में मंदी की आशंका है. अमेरिकी भंडार में बड़े पैमाने पर वृद्धि और मजबूत डॉलर के कारण तेल की कीमतें दबाव में हैं. यूएस फेड की ओर से अभी दरों में कटौती की कोई संभावना भी नहीं है. पिछले सप्ताह ऊर्जा सूचना प्रशासन के आंकड़ों से पता चला कि अमेरिकी कच्चे तेल की सूची में 2.7 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई है. यह वृद्धि विश्लेषकों की 1.4 मिलियन बैरल वृद्धि की उम्मीद से लगभग दोगुनी थी.
इंटरनेशल मार्केट प्राइस पर आधारित होते हैं पेट्रोल-डीजल के दाम
भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय दाम पर आधारित होती हैं. ऐसे में भारतीय ऑयल मार्केटिंग कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल के आधार पर कीमतों की समीक्षा के बाद पेट्रोल और डीजल के दाम घटाती बढ़ाती हैं. विभिन्न शहरों में इसकी कीमतें अलग-अलग होती हैं. नई दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपए प्रति लीटर है. जबकि मुंबई में पेट्रोल की कीमत 104.21 रुपए, कोलकाता में 103.94 रुपए और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 100.75 रुपए प्रति लीटर है.
हमले से तेल की कीमतों में आया था उछाल
शुक्रवार को ईरान में विस्फोट की खबर के चलते कच्चे तेल की कीमतों में 3 डॉलर प्रति बैरल का उछाल देखने को मिला था. जिससे ब्रेंट वायदा 3.03 डॉलर बढ़कर 0147 GMT तक पहुंच गया था, जिससे इसकी कीमत 90.14 डॉलर प्रति बैरल हो गई थी. वहीं यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 3.03 डॉलर बढ़कर 85.76 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया था.