New Changes From Today: 1 सितंबर से कुछ चीजें बदल गई हैं जिनका असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा. नए चेक क्लीयरेंस सिस्टम (cheque clearance system) से लेकर पीएफ-आधार लिंकिंग (PF-Aadhaar linking) तक, बचत खाते की कम ब्याज दर(lower savings account interest rate) से लेकर बढ़ती एलपीजी कीमतों(expensive LPG price) तक, कई चीजें बदल गई हैं. Money9 आपको इन सभी के बारे में जानकारी दे रहा है.
सबसे बड़े निजी बैंको में से एक एक्सिस बैंक(Axis Bank) अबसे 50,000 रुपये से ज्यादा के चेक भुगतान के लिए अनिवार्य पॉजिटिव पे रूल (positive pay rule) को लागू कर रहा है.
नए नियम के मुताबिक खाताधारक को अबसे 50,000 रुपये से ज्यादा के चेक भुगतान पर कई विवरण जैसे भुगतान करने वाले का नाम, तारीख और रकम, पहले से बैंक को सूचित करना होगा.
अगर ये जानकारी बैंक तक नहीं पहुंचती है, तो आपके खाते में पर्याप्त रकम होने के बावजूद चेक क्लियर नहीं किया जाएगा.
2020 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक पॉजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System) को लागू करने की घोषणा करते हुए एक नोटिस जारी किया था. ये नियम बैंक में धोखाधड़ी को रोकने के लिए बनाया गया था और ये 1 जनवरी, 2021 से प्रभावी हुआ है.
भारत के कई प्रमुख बैंकों ने इस नियम के लागू होने के बाद से इस सुविधा को अपनाया और शुरू किया है. एक्सिस बैंक ने सबसे पहले इसको लागू किया है.
देश का दूसरा सबसे बड़ा PSB लेंडर पंजाब नेशनल बैंक(Punjab National Bank) 1 सितंबर, 2021 से बचत खातों में डिपॉजिट पर ब्याज दरों में 10 बेसिस प्वाइंट की कमी करने जा रहा है.
प्रति साल 2.90% की नई ब्याज दर, मौजूदा और नए बचत खाता धारकों दोनों पर ही लागू होगी. ये 100 करोड़ रुपये तक जमा करने पर लागू है. अभी तक ये 3% थी.
लगभग सभी प्रमुख बैंकों ने ब्याज दर में 2.6% या 2.7% की कटौती की है.
कल से नियोक्ता आपके भविष्य निधि (पीएफ) खाते में तभी पैसा जमा कर पाएंगे, जब आपका यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) आधार नंबर से जुड़ा होगा. आधार नंबर को यूएएन से लिंक करने का आज आखिरी दिन है.
इसके अलावा, अगर आप इस लिंकिंग प्रक्रिया को पूरा करते हैं तभी आप सभी फायदों को ले पाएंगे. इन दोनों को लिंक किए बिना न तो नियोक्ता का पैसा पीएफ खाते में जमा होगा और न ही इलेक्ट्रॉनिक चालान-कम-रिटर्न(electronic challan-cum-return) दाखिल किया जा सकेगा.
मारुति सुजुकी, जो देश की ऑटोमोबाइल बिक्री में लगभग आधी हिस्सेदारी देती है, इनपुट लागत में बढ़ोत्तरी की वजह से सितंबर से अपने वाहनों की कीमतों में बढ़ोत्तरी करने की तैयारी कर रही है.
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी ने शुक्रवार को रेगूलेटरी फाइलिंग में यह घोषणा की.ये बढ़ोतरी औसतन 10,000 रुपये से 15,000 रुपये की हो सकती है.
सितंबर 2021 में सभी मॉडलों की कीमतों में इजाफे की योजना बनाई गई है. मारुति सुजुकी ने इस इजाफे की दर साफ नहीं की है.
जुलाई में कंपनी ने कुछ दूसरी कारों के साथ सभी सीएनजी वेरिएंट कारों की कीमतों में इजाफा किया है. इस बार सभी वैरिएंट और मॉडल की सभी कारों की कीमतों में बढ़ोतरी की जाएगी.
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ऑक्टेन और ब्यूटेन की ऊंची कीमत के चलते रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में कल संशोधन हो सकता है. एलपीजी की कीमतों में 18 अगस्त को संशोधन किया गया था.ये 25 रुपये बढ़ाया गया था.