NCAER: कोविड-19 की दूसरी लहर के खत्म होने के बाद देश में उत्पादन, घरेलू बिक्री, निर्यात, नए ऑर्डर और कच्चे माल के आयात में वृद्धि देखी गई है. इसके चलते चालू वित्त वर्ष 2022 की सितंबर तिमाही में कारोबारी धारणा में सुधार हुआ है और यह दो साल के उच्च स्तर पर पहुंच गई है. नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (National Council of Applied Economic Research -NCAER) के सर्वे के अनुसार, कोविड-19 की दूसरी लहर आसान होने के बाद उसका कारोबार विश्वास सूचकांक (BCI-business confidence index) चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में दो साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया है.
बिजनेस स्टैंडर्ड की खबर के मुताबिक एनसीएईआर बिजनेस कॉन्फिडेंस इंडेक्स (बीसीआई) वित्त वर्ष 22 की दूसरी तिमाही में लगभग 80 प्रतिशत बढ़कर 117.4 हो गया, जो एक साल पहले की तिमाही में 65 था, जबकि बीसीआई में तिमाही-दर-तिमाही आधार पर इसमें लगभग 90 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
सभी चार मानदंडों पर सूचकांक में सुधार दर्ज हुआ है. सर्वे के अनुसार इन चार मानदंडों में विभिन्न पहलुओं पर विचार किया जाता है. सबसे पहले देखा जाता है कि आगामी छह महीनों में देश के आर्थिक हालात सुधरेंगे या नहीं.
यह भी आंकने की कोशिश की जाती है कि छह महीनों में कंपनियों की वित्तीय स्थिति सुधरेगी या नहीं और मौजूदा क्षमता का इस्तेमाल पर्याप्त स्तर के करीब या इससे ऊपर है या नहीं.
सेवा क्षेत्र के लिए बीसीआई 115.4 रहा
सभी पांच उद्योगों- उपभोक्ता वस्तु, गैर उपभोक्ता वस्तु, मध्यवर्ती वस्तुएं, पूंजीगत सामान और सेवा के लिए सूचकांक दूसरी तिमाही में अधिक रहा है.
कारोबारी विश्वास सूचकांक उपभोक्ता वस्तुओं के लिए सबसे अधिक 123.9 पर था. जबकि पूंजीगत वस्तुओं के लिए यह सबसे निम्नतम स्तर 111.4 पर था. सेवा क्षेत्र के लिए बीसीआई 115.4 पर रहा.
कंपनियों के आत्मविश्वास में इजाफा हुआ
माना जा रहा है कि लॉकडाउन में ढील देने के बाद भी सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्योगों की हालत नहीं सुधरी है मगर एनसीएईआर के सर्वे के मुताबिक कोविड पूर्व अवधि के मुकाबले तिमाही और सालाना आधार पर सभी आकार की कंपनियों के आत्मविश्वास में इजाफा हुआ है.
एनसीएईआर की महानिदेशक पूनम गुप्ता ने कहा कि हालिया सर्वेक्षण कोविड की दूसरी लहर के बाद कारोबारी मिजाज में सुधार का संकेत दे रहा है.