महामारी की दूसरी लहर के बीच मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के दौरान बड़ी तादाद में नई नौकरियां पैदा हुई हैं. SBI की एक रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है. इन तीन महीनों में 16.3 लाख से ज्यादा नई नौकरियां पैदा हुई हैं. इस रिपोर्ट में एंप्लॉयीज प्रॉविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) और नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) के आंकड़ों की मदद ली गई है. इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि कोविड की दूसरी लहर के दौरान जॉब मार्केट में वैसी उथल-पुथल पैदा नहीं हुई जैसी कि महामारी की पहली लहर के दौरान देखने को मिली थी.
इसके अलावा, मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में दूसरी नौकरियां मिलने की संख्या में भी अच्छा-खासा इजाफा हुआ है. इस दौरान दूसरी जॉब/मौजूदा पेरोल के लिए 11.8 लाख नौकरियां पैदा हुईं, जबकि 2.8 लाख नौकरियां फॉर्मलाइज्ड अकाउंट्स में रहीं. स्टडी के मुताबिक, कुल मिलाकर पहली तिमाही में नई नौकरियों की संख्या 30.75 लाख रही है.
नई नौकरियां
कुल 30.75 लाख नई नौकरियों में से पहली नौकरी/नए पेरोल का हिस्सा 50 फीसदी रहा है. यानी हर दो नौकरियों में से एक नौकरी नई है. ये इससे पिछले वित्त वर्ष के इसी अवधि के आंकड़े के मुकाबले 47 फीसदी ज्यादा है.
SBI के चीफ इकनॉमिक एडवाइजर सौम्य कांति घोष ने स्टडी में लिखा है, “मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत में 30.74 लाख नौकरियां पैदा हुईं. इनमें से 11.8 लाख दूसरी या मौजूदा पेरोल वाली थीं, जबकि 2.6 लाख फॉर्मलाइज्ड अकाउंट्स हैं.”
EPFO डेटा
EPFO के हालिया जारी आंकड़े के मुताबिक, अप्रैल से जून 2021 के दौरान नेट नए EPF खातों की संख्या 28.9 लाख रही है.
नेट नए EPFO सब्सक्राइबर्स या टोटल पेरोल का मतलब टोटल नए पेरोल/पहली नौकरी, अकाउंट्स का फॉर्मलाइजेशन और मौजूदा पेरोल या दूसरी नौकरियों के जोड़ से है.
SBI के कैलकुलेशन के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में कुल पेरोल 28.9 लाख रहे हैं जिसमें से 14.5 लाख पहली नौकरी/नए पेरोल हैं. अगर पेरोल्स में इस रफ्तार से बढ़ोतरी होती है तो मौजूदा फिस्कल में नए पेरोल 50 लाख को पार कर सकते हैं जो कि इससे पिछले फिस्कल में 44 लाख पर थे. यानी इस साल 6 लाख नई नौकरियां देखने को मिल सकती हैं.
दूसरी ओर, दूसरी नौकरी या नौकरी छोड़कर दोबारा जॉइन करने वाले और री-सब्सक्राइब करने वालों की तादाद भी उत्साहजनक है और ये अप्रैल से जून 2021 तिमाही में 11.8 लाख पर रही है.
NPS डेटा
NPS के आंकड़ों से संकेत मिल रहा है कि अप्रैल से जून के दौरान 1.85 लाख नए लोग इससे जुड़े हैं. इसमें से सरकारी नौकरियों की हिस्सेदारी 1.27 लाख है. इसके बाद 37,587 गैर-सरकारी नौकरियां और 20,353 सेंट्रल गवर्नमेंट पेरोल का नंबर आता है.
कुल मिलाकर, EPFO और NPS में नए पेरोल या पहली जॉब करीब 16.3 लाख रही हैं.