पिछले एक साल में भारत के ग्रामीण इलाकों में इंटरनेट डेटा की खपत में 400 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि भारत के भीतरी (ग्रामीण) इलाकों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की मांग काफी तेजी से बढ़ रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में वाई-फाई हॉटस्पॉट और फाइबर-टू-होम (FTH) कनेक्शन प्रदान करने की सरकार की पहल ने एक अहम भूमिका निभाई है. सरकार ने 1.3 मिलियन से अधिक वाई-फाई रजिस्टर्ड यूजर को वाई-फाई हॉटस्पॉट और फाइबर-टू-होम कनेक्शन प्रदान किया है. सरकारी अधिकारियों के मुताबिक इस साल दिसंबर तक हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्शन में दो मिलियन से अधिक घरेलू ग्राहकों की बढ़ोतरी हो जाएगी.
पिछले कुछ सालों में ग्रामीण इलाकों में तेजी से इंटरनेट डेटा की खपत में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. भारतनेट ऑप्टिकल फाइबर (BharatNet optical fiber) के मुताबिक लगभग 1,00,000 पंचायतों में सरकार के सामान्य सेवा केंद्रों (CSC) द्वारा इसी साल जून तक 13 हजार टेराबाइट्स (टीबी) डेटा की खपत हुई है. आंकड़ों से पता चलता है कि 2020 में तकरीबन 6 हजार टीबी डेटा की खपत हुई थी.
CSC ई-गवर्नेंस सर्विसेज लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर दिनेश त्यागी के मुताबिक प्राप्त आंकड़ों से स्पष्ट रूप से पता चलता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट डेटा की मांग में काफी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. यदि इसी तरह शैक्षिक और इन्फॉर्मेशन कंटेंट में इंटरनेट की सकारात्मक खपत होती रही तो जल्द ही भारत को डिजिटल रूप से सशक्त बनाया जा सकता है. त्यागी ने बताया कि एक साल के अंदर तकरीबन 98 हजार पंचायतों को भारतनेट फाइबर के साथ सफलतापूर्वक कनेक्ट किया गया है.
पिछले साल मार्च कोविड -19 महामारी के बावजूद 45 हजार से अधिक न्यू इंटरनेट होम यूजर्स का रजिस्ट्रेशन हुआ. इनमें 325,000 से अधिक ऐसे यूजर्स शामिल हैं जो पुलिस स्टेशन, ग्राम पंचायत कार्यालय, डाकघर, आंगनवाड़ी केंद्र, पीडीएस दुकानें और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जैसे सरकारी संस्थान का संचालन करते हैं. CSC वाई-फाई चौपाल के 1.3 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं जो इसका उपयोग अपने मोबाइल डेटा कनेक्शन के पूरक के लिए करते हैं.
दिनेश त्यागी ने बताया कि हाई-स्पीड कनेक्टिविटी में सुधार ग्रामीण नागरिकों और उद्यमियों के लिए वरदान साबित होगा. उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी में और बेहतर सुधार किया जा सकता है. CSC का संचालन करने वाले ग्राम स्तर के उद्यमी (entrepreneur) अपने सरकारी सुविधाओं और उसकी देखरेख के लिए जिम्मेदार हैं. उद्यमी गांव के निवासियों के लिए वाई-फाई हॉटस्पॉट और एफटीएच कनेक्शन के माध्यम से इंटरनेट का विस्तार भी करते हैं.