रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) ने आने वाले तीन सालों में ग्रीन एनर्जी पर 75 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा ही है. क्लाइमेट चेंज पर चल रही, इंटरनेशनल क्लाइमेट समिट (International Climate Summit) 2021 को संबोधित करते हुए उन्होंने इस बात का ऐलान किया है. इस दौरान उन्होंने कहा इंटरनेशनल क्लाइमेट समिट (International Climate Summit) में बोलना मेरे लिए गर्व की बात है. आने वाले समय में एनर्जी उत्पादन में भारत आत्मनिर्भर बनेगा.
मुकेश अंबानी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन मानव सभ्यता के लिए एक बड़ी चुनौती है. हमें जलवायु को नियंत्रण करने के लिए उपाय खोजने होंगे. इसके लिए हमें ग्रीन एनर्जी को तेजी से अपनाना होगा. ग्रीन हाइड्रोजन फॉसिल एनर्जी का एक बेहतर विकल्प है. हमें क्लीन, ग्रीन और न्यू एनर्जी के दौर में आना होगा. वहीं हमें एनर्जी उत्पादन में भारत आत्मनिर्भर बनाना होगा.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन ने कहा कि न्यू ग्रीन रेवेल्यूशन, भारत को एनर्जी उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा. उन्होंने कहा कि विश्वभर में आज ग्लोबल वार्मिंग एक बड़ा खतरा है, जिससे निपटने के लिए ग्रीन एनर्जी को अपनाना ही एकमात्र विकल्प है. यह सभी के लिए गर्व की बात है कि भारत ने 100 गीगावाट स्थापित अक्षय ऊर्जा का एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है. वहीं अगले साल दिसंबर 2022 तक 175 गीगावाट अक्षय ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य हासिल करने का लक्ष्य रखा गया है.
अंबानी ने कहा कि उनकी कोशिश 2035 तक जीरो कार्बन वाली कंपनी बनाने के साथ रिलायंस का साल 2030 तक 100 गीगावाट (GW) रिन्यूएबल क्षमता सेटअप करने की योजना है. कंपनी अपनी आगे की योजना पर काम कर रही है.
अंबानी ने कहा, ‘हमने नए ऊर्जा परिवेश के लिए जरूरी सभी महत्वपूर्ण उपकरणों के विनिर्माण और एकीकरण को लेकर चार बड़े सौर फोटोवोल्टिक मोड्यूल वर्कशॉप, एजर्नी स्टोर करने वाली बैटरी वर्कशॉप, इलेक्ट्रोलाइजर और फ्यूल सेल वर्कशॉप के साथ ही विनिर्माण संयंत्र लगाने की योजना बनाई है.