अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मंगलवार को कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.8 फीसद की रफ्तार से बढ़ सकती है. जनवरी में इस संस्थान ने कहा था कि FY25 में भारत की ग्रोथ रेट 6.5 फीसद रह सकती है. हालांकि, IMF ने FY26 के अनुमान को 6.5 फीसद पर अपरिवर्तित रखा है.
वहीं, यूनाइटेड नेशंस ट्रेड एंड डेवलपमेंट (UNCTAD) ने भी FY25 के लिए भारत के ग्रोथ अनुमानों में संशोधन किया है. UNCTAD ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 2024 में भी भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी बनी रहेगी और इसकी रफ्तार 6.5 फीसद रहेगी. इसने भारत के ग्रोथ अनुमान में 0.3 फीसद का इजाफा किया है.
इससे पहले एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने पिछले हफ्ते FY25 के लिए भारत का ग्रोथ अनुमान 6.7 फीसद से बढ़ा कर 7 फीसद कर दिया था. वर्ल्ड ने भी इसी महीने ग्रोथ अनुमान 6.4 फीसद से बढ़ा कर 6.6 फीसद किया था.
इसके अलावा, IMF ने FY24 का ग्रोथ फोरकास्ट भी बढ़ाकर 7.8 फीसद कर दिया है जो सरकार के 7.6 फीसद के ग्रोथ एस्टिमेट की तुलना में कहीं अधिक है.
आईएमएफ ने कहा है कि निवेश में दहाई अंकों में वृद्धि के साथ मैन्यूफैक्चरिंग की शानदार ग्रोथ से पिछले वित्त वर्ष में इकोनॉमिक ग्रोथ को काफी मदद मिली. विशेषज्ञों का मानना है कि निजी क्षेत्र में पूंजीगत खर्च में हो रही बढ़ोतरी से चालू वित्त वर्ष में इकोनॉमिक ग्रोथ की रफ्तार बरकरार रहेगी.