रियल्टर्स की शीर्ष संस्था क्रेडाई (CREDAI) ने मंगलवार को पिछले एक साल के दौरान सीमेंट और स्टील की कीमतों में आई वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर कंस्ट्रक्शन के सामान की कीमतों में गिरावट नहीं आई तो आवास की कीमतें 10-15 फीसदी बढ़ सकती हैं. वहीं संस्था का कहना है कि सरकार को इन कीमतों को कम करने की कोशिश करनी चाहिए.
उद्योग निकाय ने मांग की है कि सरकार को कीमतों को नियंत्रित करने के उपाय करने चाहिए. इसी के साथ यह सुझाव भी दिया गया कि कंस्ट्रक्शन के सामान पर लगने वाले GST में कमी की जानी चाहिए. 13,000 से ज्यादा डेवलपर्स मेंबर्स वाले कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (CREDAI) ने बताया कि कंस्ट्रक्शन के सामान की कीमतें जनवरी 2020 से लगातार बढ़ रही हैं.
इसके अलावा एसोसिएशन ने कहा कि लॉकडाउन, कर्फ्यू और लेबर की कमी ने सीधे तौर पर कंस्ट्रक्शन की लागत को पिछले 18 महीनों में लगभग 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है. वहीं क्रेडाई ने अपने एक बयान में कहा है कि यदि कंस्ट्रक्शन के सामान की कीमतें जल्द ही कम होना शुरू नहीं हुई तो इस बात की पूरी संभावना है कि रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी की कीमतें 10-15 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी.