कोविड-19 के दौरान ब्यूटी प्रोडक्ट्स की डिमांड में इजाफा, आखिर क्या है इसकी वजह

ब्यूटी प्रोडक्ट्स की डिमांडः पर्सनल केयर कैटेगरी में डिमांड 50% बढ़ी है. वहीं, प्रोडक्ट कैटेगरी में डिमांड 20 से 75% के बीच बढ़ी है.

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मौजूदा सौंदर्य प्रवृति महामारी के बिना भी फली-फूली होंगी. लेकिन लॉकडाउन ने निश्चित रूप से कई लोगों को इसे तलाशने का समय और स्थान दिया.

मौजूदा सौंदर्य प्रवृति महामारी के बिना भी फली-फूली होंगी. लेकिन लॉकडाउन ने निश्चित रूप से कई लोगों को इसे तलाशने का समय और स्थान दिया.

24 साल की पारुल सिंह ने नई दिल्ली से पत्रकारिता के क्षेत्र में ग्रेजुएशन किया है. उसे फैशन और सुंदरता का बहुत शौक है. मार्च 2020 में कोविड -19 महामारी से वह ज्यादातर घर में ही रही और ऑनलाइन सौंदर्य सामग्री का उपभोग करने में काफी समय बिताया. लगातार लॉकडाउन की वजह से उसे अपने सोशल मीडिया पर अरबों ब्यूटी हैक्स को आज़माने के लिए पर्याप्त समय मिला.

सिंह ने कहा, “इंस्टाग्राम पर देखे ब्यूटी रील्स के परिणामस्वरूप, मुझे भी इन प्रोडक्ट्स को ऑनलाइन खरीदने का लालच आया. हम मुश्किल समय से गुजर रहे हैं और मैंने अपनी सौंदर्य प्रसाधनों को व्यापक बनाने के लिए स्वयं ही प्रयत्न किए.”

लेकिन उसकी कहानी अकेली नहीं है. महामारी के बीच हम में से कई लोग शायद सौंदर्य उत्पाद खरीदने में लिप्त हो गए हैं. जैसा कि सिंह ने ठीक ही कहा है, “घर से काम करने की संस्कृति ने किसी न किसी तरह से कई लोगों को सौंदर्य प्रसाधनों का उपभोग करने और रील बनाने के लिए प्रेरित किया है. आप ऐसे वीडियो में सुंदर दिखना चाहते हैं. दरअसल, ‘नो मेकअप मेकअप लुक’ के बढ़ते चलन ने न्यूड शेड में तरह-तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स पेश किए. इसने लोगों के साथ तालमेल बिठा लिया है और वे अब इस तरह की चीजों पर काफी स्वेच्छा से खर्च कर रहे हैं.”

सौंदर्य प्रसाधन के व्यापार में वृद्धि

मशहूर ब्यूटी ब्रांड लैक्मे की कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) जैसी कंपनियां और सौंदर्य और वैलनेस प्रोडक्ट की बिक्री करने वाले ई-कॉमर्स के दिग्गज नायका (Nykaa) जैसी कम्पनियों ने बताया की कमजोर अर्थव्यवस्था के बीच सौंदर्य प्रसाधन और व्यक्तिगत देखभाल की बिक्री में उछाल आया है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक HUL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर संजीव मेहता ने 22 जुलाई को विश्लेषकों को बताया था कि कंपनी के प्रीमियम पर्सनल केयर प्रॉडक्ट्स पिछली तिमाही में काफी तेजी से बढ़े हैं. मेहता ने कहा, “महामारी की इस दूसरी लहर के दौरान, लीनियर पोर्टफोलियो काफी अच्छा किया, जहां कारोबार का प्रीमियम हिस्सा बाकी पोर्टफोलियो की तुलना में दोगुना तेजी से बढ़ा.”

कंपनी के सौंदर्य और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स की बिक्री में 30 जून को समाप्त तिमाही में 13% की वृद्धि हुई है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मनीष मल्होत्रा ​​​​ब्यूटी लाइन की लिपस्टिक की बिक्री विशेष रूप से MyGlamm द्वारा बेची गई वो दोगुनी हो गई. पर्सनल केयर कैटेगरी में डिमांड 50% बढ़ी है, वहीं प्रोडक्ट कैटेगरी में डिमांड 20 से 75% के बीच बढ़ी है.

लिपस्टिक का प्रभाव और पुरुष सौंदर्य

अब यह एक अजीब घटना है और एस्टी लॉडर के पूर्व अध्यक्ष लियोनार्ड लॉडर ने इसे एक नाम दिया. उन्होंने इसे ‘लिपस्टिक इफेक्ट’ कहा. यह आश्चर्य की बात हो सकती है कि महामारी से उत्पन्न आर्थिक संकट के बीच लोगों ने अपने अन्य महंगी खरीदारी को स्थगित कर, मेकअप और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स को खरीदना पसंद किया है, हालांकि, इस उपभोक्ता पैटर्न से उभरने वाली एक नई घटना रोमांचक है.
जबकि महिलाओं को बड़े पैमाने पर सुंदरता और श्रृंगार से जोड़ा गया है, सौन्दर्य व्यवसाय में वृद्धि का बहुत सारा श्रेय मिल्लेंनियल पुरुषों को भी दिया जा सकता है जिन्होंने मेकअप से जुड़ी कई जेंडर रूढ़ियों को तोड़ा है. हमारी पीढ़ी के कुछ सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया प्रभावितों ने खुले तौर पर ‘पुरुष सौंदर्य’ की अवधारणा का समर्थन किया है.

इन प्रभावशाली लोगों को इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म पर बड़े पैमाने पर फैन फॉलोइंग का आनंद मिलता है. उन्होंने बड़े कैनवास पर पुरुष सौंदर्य को बढ़ावा दिया है. इसने विपरीत लिंग में भी मेकअप के लिए परिचित और आराम की भावना पैदा की है.

सौंदर्य उद्योग सीमाओं को तोड़ रहा है

इन सभी ने मेकअप को और लोकप्रिय बनाने में बहुत बड़ा योगदान दिया है. इसके अलावा, सिंह ने यह भी कहा कि महामारी ने निश्चित रूप से पूरी मेकअप संस्कृति को उत्प्रेरित किया है, यह एक ऐसा उद्योग है जो आत्मनिर्भर है. सिंह ने कहा, “मौजूदा सौंदर्य प्रवृति महामारी के बिना भी फली-फूली होंगी. लेकिन हां लॉकडाउन ने निश्चित रूप से कई लोगों को इसे तलाशने का समय और स्थान दिया. समय के साथ फैशन के नियम बदल गए हैं. लिंग पूर्वाग्रह मिट गया है और रेखाएं धुंधली हो गई हैं. सोशल मीडिया प्रभावितों ने खुद को विद्रोही के रूप में स्थापित किया है जो सुंदरता के पारंपरिक मानकों को चुनौती देते हैं और हमारी पीढ़ी इसे प्यार करती है”.

Published - August 5, 2021, 09:24 IST