Housing Sales: कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में घरों की बिक्री पर बड़ा असर पड़ा है. अप्रैल से जून तिमाही के बीच घरों की बिक्री में 23 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. हालांकि, सालाना आधार पर इसमें 83 फीसदी की बढ़त भी आई है. जेएलएल इंडिया (JLL India) की एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है. जनवरी से मार्च के मुकाबले अप्रैल से जून के बीच कम घर बिके हैं. रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल से जून के बीच देशभर में कुल 19,635 घरों की बिक्री हुई है. जबकि, जनवरी से मार्च के बीच कुल 25,583 घरों की बिक्री हुई थी. वहीं, पिछले साल अप्रैल से जून के बीच सिर्फ 10,753 घर ही बिके थे.
जएलएल इंडिया की रिपोर्ट में दिल्ली-NCR, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बंगलुरू, हैदराबाद और पुणे की बिक्री शआमिल हैं. मुंबई रीजन में मुंबई शहर के साथ ही सबअर्बन इलाके, ठाणे शहर और नवी मंबई शामिल हैं.
तिमाही आधार पर बंगलुरू में बिक्री में बढ़त देखने को मिली है. यहां इस साल की दूसरी तिमाही में बिक्री 47 फीसदी बढ़कर 3,500 यूनिट रही है, जबकि पहली तिमाही में ये सिर्फ 2,382 यूनिट रही थी.
चेन्नई की बात करें तो यहां सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है. चेन्नई में बिक्री 81 फीसदी घटकर 600 यूनिट रही. जनवरी से मार्च के बीच ये 3,500 यूनिट थी.
दिल्ली-NCR में भी बिक्री में 55 फीसदी की कमी देखने को मिली है जहां अप्रैल-जून के बीच 2,440 घर बिके जबकि इससे पहले की तिमाही में ये 5,448 यूनिट थी.
हैदराबाद में 3,709 घरों के मुकाबले 3,157 घर बिके हैं, जबकि कोलकाता में बिक्री में 56 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. यहां दूसरी तिमाही में 578 घर बिके जबकि जनवरी से मार्च के बीच 1,320 घर बिके थे.
मुंबई में बिक्री में हल्की बढ़त दर्ज की गई है. यहां 5779 घरों के मुकाबले 5,821 घर बिके हैं. वहीं, पुणे में डिमांड में 6 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है जो 3,745 से घटकर 3,539 पर आई है.
पिछले साल की पहली छमाही से तुलना करें तो साल 2021 में 18 फीसदी की बढ़त देखने को मिल रही है. साल 2020 की पहली छमाही में 38,204 घर बिके थे जबकि इस साल की पहली छमाही में 45,218 घर बिके हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि लोग अब बड़े घर की डिमांड कर रहे हैं क्योंकि वर्क फ्रॉम होम की वजह से जरूरत बदली है. वहीं, कीमतों के मोर्चे पर पिछले कुछ सालों में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है.