कोरोना महामारी के बावजूद इस बार कैम्पस प्लेसमेंट छात्रों के लिए किसी सपने से कम नहीं है. इस बार कैम्पस प्लसमेन्ट में सुपर ड्रीम जॉब ऑफर में काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. कोरोना की दूसरी लहर के बाद कंपनियों में इंजीनियरों को हायर (hiring) करने की दिलचस्पी सबसे ज्यादा दिख रही है. एक सामान्य वर्ष की तुलना में इस साल बहुत ही कम समय में बड़ी संख्या में कंपनी ने इंजीनियर्स को हायर (hiring) किया है. ऐसा इसलिए है क्योंकि कंपनियां दूसरी लहर के बीच बढ़ती डिजिटल जरूरतों को जल्द से जल्द पूरा करना चाहती हैं.
डॉ वी सैमुअल राजकुमार, निदेशक, कैरियर डेवलपमेंट सेंटर, वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने बताया कि कंपनियों के लिए इंजीनियरों को काम पर रखने की भीड़ काफी हद तक बढ़ गई है. इस साल कैंपस प्लेसमेंट के लिए आने वाली कंपनियों की संख्या में लगभग 100 फीसद की वृद्धि हुई है. अब तक लगभग 166 कंपनियों ने हमारे छात्रों को ऑफर लेटर दिए हैं. हमने यह भी देखा है कि जो छात्र इंटर्नशिप कर रहे थे, उन्हें भी कंपनियों ने स्वीकार कर लिया है. हम उम्मीद करते हैं कि यह भीड़ अगले कुछ वर्षों के लिए और ज्यादा तकनीकी कौशल को बढ़ाएगी.
राजकुमार के मुताबिक 25 से अधिक छात्रों को इस साल 25 लाख प्रति वर्ष का पैकेज ऑफर हुआ है. रिक्रूटर्स एक निश्चित उच्च वेतन सीमा पर कुछ ड्रीम और सुपर ड्रीम जॉब की पेशकश कर रहे हैं. इस बार नौकरी की पेशकश में बढ़ोतरी के साथ, कुछ कैम्पस में सालाना पैकेज में लगभग दोगुने की बढ़ोतरी देखने को मिली है.
माइक्रोसॉफ्ट ने पिछली बार वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से लगभग 7 से 8 छात्रों को सेलेक्ट किया था और इस साल कैम्पस प्लेसमेंट में 21 छात्रों को को सेलेक्ट किया है. इसी तरह सोसाइटी जेनरल ग्रुप ने सुपर ड्रीम कैटेगरी में 75 स्टूडेंट्स को हायर किया. विश्वेश्वरैया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Visvesvaraya National Institute of Technology) ने भी आईटी, कंसल्टिंग और डेटा एनालिटिक्स डोमेन में शानदार हायरिंग की है. विश्वेश्वरैया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने ड्रीम और सुपर ड्रीम जॉब ऑफर को क्रमशः 8 से 10 लाख और 30 लाख रुपए के सालाना पैकेज के रूप में जॉब ऑफर किए हैं.
किशोर भुरचंदी, एसोसिएट डीन, प्लेसमेंट सेल ने बताया कि ओरेकल (Oracle) ने पिछले साल महामारी के दौरान वीएनआईटी से 5 से 7 छात्रों को जॉब ऑफर किया था, इस बार 25 छात्रों को जॉब ऑफर किए हैं, जिनमें से ज्यादातर ड्रीम जॉब हैं. गैर-ड्रीम ऑफ़र की संख्या, वास्तव में इस साल ड्रीम और सुपर ड्रीम जॉब ऑफ़र से कम है. भुरचंदी के मुताबिक सालाना पैकेजों और जर्बदस्त हायरिंग में यह उछाल कंप्यूटर विज्ञान, सॉफ्टवेयर विकास, डेटा विश्लेषण और आईटी, ई-कॉमर्स जैसे क्षेत्रों में अन्य डिजिटलीकरण स्किल की बढ़ती मांग के कारण आया है.