कोरोना की पहली लहर ने लोगों की सैलरी पर बुरा असर डाला था. हालांकि, दूसरी लहर ने उतना कहर नहीं बरपाया. इस बीच अच्छी खबर यह है कि कंपनियों की हायरिंग और वेतन बढ़ोतरी की वजह से लोगों की सैलरी में बढ़ोतरी होने लगी है. वित्त वर्ष 2021 की अंतिम तिमाही में कंपनियों के मुनाफे में दोबारा वृद्धि होने लगी. मौजूदा वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में भी उनका मुनाफा बढ़ता हुआ नजर आया.
इस हफ्ते रिजर्व बैंक ने अर्थव्यवस्था को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की. इसके मुताबिक, 16 सेक्टरों में वेज बिल, यानि वेतन व भत्ते में इजाफा देखने को मिल रहा है. इसकी प्रमुख वजह हायरिंग को दोबारा शुरू करना और वेतन में वार्षिक वृद्धि है. वेज बिल में सबसे अधिक बढ़ोतरी टेक्सटाइल सेक्टर (37.7 फीसदी) और सबसे कम बढ़ोतरी ट्रांसपोर्ट (1.8 फीसदी) सेक्टर में देखने को मिली.
हायरिंग बढ़ी
17 अगस्त को आई आरबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है, “ पिछली पांच तिमाहियों में लगातार वृद्धि के साथ वेतन-भत्तो में कंपनियां का खर्च बढ़ा है, इससे हायरिंग बढ़ने के संकेत मिलते हैं. सबसे ज्यादा उछाल आईटी और ऑटो सेक्टर में देखने को मिला है.” इसी तरह 2021 की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान टेक्सटाइल उद्योग में वेज बिल 37.7 फीसदी उछल गया. हालांकि, ट्रांसपोर्ट सेक्टर में सबसे कम बढ़ोतरी देखी गई. यह 1.8 फीसदी रहा.
टेक्सटाइल सेक्टर
इसके बाद, ऑटो सेक्टर का नंबर आता है. मौजूद वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इसके वेज बिल में 25.5 फीसदी की वृद्धि हुई. कोरोना के बाद वाहनों की बिक्री में तेजी आई, जिसकी वजह से इस क्षेत्र में नौकरियां बढ़ीं. ऐसे ही मेटल व माइनिंग और उपभोक्ता समान क्षेत्रों में भी वेज बिल 20 फीसदी से ज्यादा बढ़ा.
मशहूर पांच
वित्त वर्ष 2021 की सभी तिमाहियों के दौरान आईटी, संचार, पावर, फार्मा और FMCG, पांच वे क्षेत्र रहे, जिनके वेज बिल में कभी कमी नहीं आई. आईटी क्षेत्र में सभी तिमाहियों के दौरान वेज बिल बढ़ता रहा. मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में तो इसमें 16.7 फीसदी का उछाल आया. कोरोना महामारी के दौरान, फार्मा सेक्टर को अच्छा मुनाफा हुआ.
पावर, FMCG, संचार
अप्रैल-जून तिमाही के दौरान FMCG सेक्टर का वेज बिल 10.6% तक बढ़ा. महामारी की वजह से पावर सेक्टर में उपभोग में तो कमी आई, किंतु वित्त वर्ष 2021 के दौरान सभी तिमाहियों में इसका वेज बिल बढ़ा. इस साल की पहली तिमाही में इसमें 11.6% की वृद्धि हुई. ऐसे ही संचार क्षेत्र के वेज बिल में 7.4 फीसदी का इजाफा हुआ.
पर्यटन
ट्रांसपोर्ट के बाद, कोरोना महामारी का सबसे बुरा असर पर्यटन क्षेत्र पर पड़ा. बीते वित्त वर्ष की चारों तिमाहियों के दौरान इसके वेज बिल में गिरावट देखी गई. किंतु, इस साल की पहली तिमाही में इसमें 4.3 फीसदी का इजाफा हुआ.
सुधार के संकेत
आरबीआई का कहना है कि अर्थव्यवस्था में दोबारा स्फूर्ति आने के संकेत मिल रहे हैं. देश की 1,427 सूचीबद्ध गैर वित्तीय कंपनियों ने जो नतीजे जाहिर किए हैं, उसके मुताबिक, साल-दर-साल आधार पर जून तिमाही में इनकी बिक्री 57% बढ़ी है. जबकि पिछले साल की इस अवधि में इसमें 34% की गिरावट आई थी.