Income tax: हालांकि, चालू वित्त वर्ष के एक बड़ा हिस्से पर कोविड -19 की दूसरी लहर की मार पड़ी, लेकिन फिर भी डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन ने पॉजिटिव ग्रोथ बनाए रखी. इस साल के पहले चार महीनों के लिए इनकम टैक्स कलेक्शन काफी अच्छा हुआ. एक्सपर्ट का मानना है कि यदि यह ट्रेंड जारी रहता है तो इस साल कलेक्शन पिछले साल की तुलना में ज्यादा होगा.
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के प्रोविजनल डेटा से पता चलता है कि पहले चार महीनों में रेवेन्यू कलेक्शन की दर पिछले साल की समान अवधि के कलेक्शन की तुलना में लगभग 193% अधिक है.
19 CCIT (चीफ कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स) में से आठ CCIT ने इनकम टैक्स कलेक्शन में 100% से अधिक की बढ़त देखी. यहां तक कि CCIT गुवाहाटी और बैंगलोर जिन्होंने लास्ट दो स्लॉट पर कब्जा किया, साल-दर-साल 9% और 52% की बढ़त दर्ज की है.
टॉप पर कोलकाता
अप्रैल-जुलाई की अवधि में भारत का इनकम टैक्स कलेक्शन 3.06 लाख करोड़ रुपये रहा. FY21 में समान अवधि में कलेक्शन 1.55 लाख करोड़ रुपये था.
3.06 लाख करोड़ रुपये में से कॉरपोरेट टैक्स 1.45 लाख करोड़ रुपये और पर्सनल इनकम टैक्स 1.53 लाख करोड़ रुपये था.
कोलकाता CCIT का कलेक्शन अप्रैल-जुलाई 2020 में 3,564 करोड़ रुपये की तुलना में 10,456 करोड़ रुपये रहा, जो कि 192.5% की भारी वृद्धि है. यह देश में वृद्धि की उच्चतम दर है.
दूसरा और तीसरा स्थान अहमदाबाद और पुणे CCIT का रहा. अहमदाबाद में 125% से ऊपर की उछाल देखी गई है, जबकि पुणे में 123.5% की वृद्धि दर्ज की गई है.
FY22 में अहमदाबाद CCIT ने पहले के 6,404 करोड़ रुपये के मुकाबले 14,425 करोड़ रुपये और पुणे CCIT ने 8,054 करोड़ रुपये के मुकाबले 17,992 करोड़ रुपये कलेक्ट किए हैं.
ग्रॉस अमाउंट में मुंबई आगे
ग्रॉस टैक्स कलेक्शन की बात करें तो मुंबई पहले स्थान पर है. इसने 1 लाख करोड़ रुपये से ऊपर का कलेक्शन किया है. पिछले साल यह आंकड़ा महज 48,200 करोड़ रुपये था. यह साल-दर-साल 108% की बढ़त दर्शाता है.
कोई दूसरा सर्किट 1 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा नहीं छू पाया है. मुंबई CCIT ने 51,000 करोड़ रुपये का कॉर्पोरेट टैक्स और 42,000 करोड़ रुपये का इनकम टैक्स कलेक्ट किया.
गुवाहाटी और बेंगलुरु
कलेक्शन में वृद्धि की दर के अनुसार, गुवाहाटी CCIT केवल 9.5% की वृद्धि के साथ सबसे नीचे रहा. FY22 में गुवाहाटी ने FY21 में 1,037 करोड़ रुपये के मुकाबले 1,135 करोड़ रुपये कलेक्ट किए. बेंगलुरु के लिए, कलेक्शन फीगर FY21 में 26,200 करोड़ रुपये के मुकाबले FY22 में 40,000 करोड़ रुपये हो गई. ये लगभग 52% की बढ़त है.
दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई
दिल्ली, हैदराबाद और चेन्नई CCIT में क्रमश: 98%, 118.5% और 95.6% की उछाल दर्ज की गई. देश भर में 19 CCIT में से 14 CCIT ने कॉरपोरेट टैक्स से ज्यादा इनकम टैक्स कलेक्ट किया.
यह है कारण
इनकम टैक्स अधिकारी इस पर कमेंट करने को तैयार नहीं हैं. कोलकाता CCIT के एक अधिकारी ने कहा कि ट्रेंड पॉजिटिव है और हमें उम्मीद है कि इस साल हम पिछले साल की तुलना में कहीं अधिक रेवेन्यू कलेक्ट करेंगे. IT एक्सपर्ट अरविंद अग्रवाल ने कहा, “हालांकि, इसमें कुछ एडवांस कलेक्शन भी शामिल हैं, लेकिन आंकड़े काफी अच्छे हैं. नेशनल कलेक्शन लगभग 98% है जिसका मतलब है कि कलेक्शन दोगुना हो गया है. यह अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छा संकेत है” अग्रवाल ने कहा, “अगर हम कलेक्शन में इस गति को जारी रखते हैं, तो चालू वित्त वर्ष में कुल कलेक्शन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाएगा.”