वैश्विक चावल व्यापार के तकरीबन आधे हिस्से को निर्यात कर सकता है इंडिया

Global Rice Exports: 2020 में भारत का निर्यात 49 फीसद बढ़कर रिकॉर्ड 14.7 और गैर-बासमती चावल का शिपमेंट 77 फीसद बढ़कर रिकॉर्ड 9.7 मिलियन टन हो गया.

Global Rice Exports:

image: PBNS, वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 2021 के पहले सात महीनों में 12.84 मिलियन टन चावल का निर्यात किया, जो एक साल पहले की तुलना में 65 फीसद अधिक है.

image: PBNS, वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 2021 के पहले सात महीनों में 12.84 मिलियन टन चावल का निर्यात किया, जो एक साल पहले की तुलना में 65 फीसद अधिक है.

Global Rice Exports: भारत 2021 में वैश्विक चावल निर्यात (Global Rice Exports) का 45 फीसद तक का योगदान दे सकता है. क्योंकि विस्तारित पोर्ट-हैंडलिंग (expanded port-handling) क्षमता चीन के बाद दुनिया के दूसरे सबसे बड़े चावल उत्पादक को अफ्रीका और एशिया में खरीदारों को रिकॉर्ड मात्रा में शिप करने की अनुमति देती है. ओलम इंडिया (olam India) के चावल व्यवसाय के उपाध्यक्ष नितिन गुप्ता ने कहा कि दुनिया के टॉप निर्यातक इस साल 22 मिलियन टन (एमटी) चावल का निर्यात कर सकते हैं. बिजनेस लाइन की रिपोर्ट के मुताबिक पारंपरिक खरीदारों के साथ साथ इस साल चीन, वियतनाम और बांग्लादेश भी भारत से खरीदारी कर रहे हैं.

2020 में भारत का चावल निर्यात 14.7 मिलियन टन

2020 में भारत का निर्यात 49 फीसद बढ़कर रिकॉर्ड 14.7 मिलियन टन हो गया, क्योंकि गैर-बासमती चावल का शिपमेंट 77 फीसद बढ़कर रिकॉर्ड 9.7 मिलियन टन हो गया.

चावल व्यापारी नितिन गुप्ता ने बताया कि  2021 में गैर-बासमती चावल का शिपमेंट एक साल पहले से लगभग दोगुना होकर 18 मिलियन टन हो सकता है, जबकि प्रीमियम बासमती चावल का निर्यात फिलहाल 4 मिलियन टन पर स्थिर बना हुआ है.

अमेरिकी कृषि विभाग ने साल 2021-22 के सीज़न में वैश्विक चावल निर्यात 48.5 मिलियन टन का अनुमान लगाया है.

भारत में चावल आपूर्ति सस्ता

भारतीय चावल पिछले साल मार्च से थाईलैंड और वियतनाम से आपूर्ति की तुलना में लगातार सस्ता रहा है, जबकि चावल की वैश्विक मांग रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है.

हालांकि, भारत के मुख्य चावल बंदरगाह काकीनाडा एंकोरेज में सीमित बुनियादी ढांचे के कारण पिछले साल लगातार भीड़भाड़ और लंबी लोडिंग में देरी हुई, जिससे कुछ खरीदारों को थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

इसी साल फरवरी में दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश ने चावल के शिपमेंट के लिए काकीनाडा में एक निकटवर्ती बंदरगाह के उपयोग की भी फिलहाल अनुमति दे है.

12.84 मिलियन टन चावल का निर्यात

वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 2021 के पहले सात महीनों में 12.84 मिलियन टन चावल का निर्यात किया, जो एक साल पहले की तुलना में 65 फीसद अधिक है.

काकीनाडा सी-पोर्ट्स लिमिटेड के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर एम मुरलीधर ने कहा कि 2021 में कम से कम 1 मिलियन टन चावल काकीनाडा बंदरगाह से भेज दिया जाएगा.

बंदरगाह की लोडिंग  क्षमता ज्यादा होने के बावजूद, काकीनाडा की लोडिंग दर अभी भी दक्षिण पूर्व एशियाई बंदरगाहों से काफी पीछे है.

काकीनाडा में चावल लोड करने वाले जहाज के कप्तान फहीम शम्सी के मुताबिक काकीनाडा में तकरीबन 33,000 टन चावल लोड करने में लगभग एक महीने का समय लगता है. थाईलैंड में इतनी ही मात्रा के लिए केवल 11 दिन लगते हैं.

Published - September 17, 2021, 05:54 IST