फाइनेंशियल फ्रीडम के लिए अपनाएं ये 5 तरीके, आएंगे बहुत काम

Financial Freedom: बहुत से लोगों का मानना है कि लक्ज़री लाइफ महज पैसे वाले लोग ही जी सकते हैं और यही फाइनेंशियल फ्रीडम (Financial Freedom) है.

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अपने परिवार की मेडिकल हिस्ट्री को ध्यान में रखते हुए हेल्थ प्लान का विकल्प जरूर चुनें. साथ ही, यह भी इंश्योर करें कि परिवार का प्रत्येक सदस्य इस प्लान में कवर हो रहा है

अपने परिवार की मेडिकल हिस्ट्री को ध्यान में रखते हुए हेल्थ प्लान का विकल्प जरूर चुनें. साथ ही, यह भी इंश्योर करें कि परिवार का प्रत्येक सदस्य इस प्लान में कवर हो रहा है

आजकल की युवा पीढ़ी शॉपिंग और घूमने फिरने में ज़्यादातर पैसा खर्च करती है. बहुत से लोगों का मानना है कि लक्ज़री लाइफ महज पैसे वाले लोग ही जी सकते हैं और यही फाइनेंशियल फ्रीडम (Financial Freedom) है, लेकिन हकीकत में फाइनेंशियल फ्रीडम (Financial Freedom) का गुण हर किसी में मौजूद होता है बस जरूरत है लाइफस्टाइल में थोड़े बदलाव की. ऐसे में कौन सी हैं वो 5 बातें हैं जो आर्थिक रूप से मजबूत बनने के लिए ज़रूरी है. आइए आपको बताते हैं.

1. सेविंग्स जरूर करें

फाइनेंशियल फ्रीडम पाने के लिए सबसे पहले आपको अपने खर्चों को कम करना होगा. आपको अपनी सैलरी का कम से कम 50% हिस्सा सेविंग में रखना चाहिए और बाकि के 50% का इस्तमाल अपने खर्चों और लाइफ को एन्जॉय करने में कर सकते हैं. आमतौर पर लोग इसका बिलकुल उल्टा करते हैं वे महीने की शुरुवात से ही बिना सेविंग्स को अलग निकाले अपनी टोटल सैलरी से खर्चे शुरू कर देते हैं और महीने के अंत तक उनके पास शायद ही कोई सेविंग बचती है.

2. सेविंग को कंपाउंड करना सीखें

आप जो भी सेविंग्स करते हैं उसे कहीं इन्वेस्ट करें क्योंकि पैसे की वैल्यू दिन प्रति दिन कम हो रही है. ऐसे में बढ़ती महंगाई से निपटने के लिए आपको अपनी सेविंग्स पर कम से कम इनफिलेशन रेट (जो जुलाई तक 6.25% है) से ज्यादा RETURN बनाने के बारे में सोचना होगा.सेविंग को मिली ये कंपाउंडिंग एक बर्फ के स्नोबॉल की तरह है जो स्टार्टिंग में भले ही छोटी नज़र आये लेकिन जैसे – जैसे बर्फ उससे जुड़ती है उसका साइज भी बढ़ता जाता है. यही कांसेप्ट आपका सेविंग की कंपाउंडिंग में भी लागु होता है. इसलिए निवेश करते रहें और तब तक निवेश करते रहें जब तक कि आपके लक्ष्य हासिल न हो जाएं.

3. फिजूल के खर्चों से बचें

जब हम सेव फर्स्ट पे लेटर की रणनीति को अपनाते हैं तो हमारे फिजूल के खर्चे अपने आप ही कम होने लगते हैं. इससे हम प्रैक्टिकल रूप से अपने लिए एक बजट बनाते हैं और यह हमारे खर्चो को लिमिट में कर देता है इस तरह से हम सेविंग्स करना सिख जाते हैं. आमतौर पर हम सब के अनावश्यक खर्चे जैसे कि बार-बार रेस्तरां जाना या अनावश्‍यक खरीदारी करना होते हैं. सेव फर्स्ट पे लेटर की रणनीति से हमें दो बातें समझ में आती हैं. एक कि सेविंग्स आसानी से की जा सकती है और दूसरा यह है कि आप अनावश्यक चीजों के बिना रह सकते हैं.

4. सबसे पहले लोन को करे ख़त्म

ज्यादातर लोन बुरे नहीं होते, लेकिन निवेश के बजाय खर्च के लिए लिया गया लोन नुकसानदायक है. पर्सनल लोन्स, क्रेडिट कार्ड बालनेस लोन्स पर हाई इंटरेस्ट पे करना पड़ता है. इस प्रकार के लोन आपको फाइनेंशियली कमजोर करते हैं. इसीलिए अगर इस प्रकार के लोन्स अगर आपके भी जीवन में बने हुए हैं तो आपको उनको सबसे पहले ख़त्म करना चाहिए. हमेशा याद रखे घर या कार जैसी जरूरतों के लिए कर्ज लें लेकिन निजी खर्चों के लिए लोन लेने से बचे.

5. अनुभव से सीखें

गैजेट्स या चीजें खरीदने का अनुभव काफी काम आता है. आप आपने अनुभव को हमेशा याद रख सकते हैं. इससे आने वाले समय में जब आप खरीदारी करेंगे तो आपको बहुत मदद मिलेगी. आप अनावश्‍यक सामानों की खरीदारी के बिना उन चीजों का चुनाव करें जो वास्‍तव में आपके लिए जरूरी हैं. अक्सर लोग अपने ही कामों में फंसकर रह जाते हैं, लेकिन इससे बाहर निकलकर अपने फाइनेंशियल गोल्‍स बनाना भी जरूरी है. फाइनेंशियल एडवाइजर आपको कुछ निवेश योजनाओं को खरीदने के लिए लुभाने के लिए उपयोग कर सकते हैं, लेकिन आपको भी ध्‍यान रखने की जरूरत है.

फाइनेंशियली फ्रीडम न केवल आपको आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाती है, बल्कि आपको आगे बढने में मदद भी करती है. अगर ये कारण आपके लिए पर्याप्त नहीं हैं तो अपने जीवन को एक अनमोल उपहार फाइनेंशियली फ्रीडम देने के बारे में सोचें. जीवन बहुत कीमती है. ऐसे में इसे कर्ज और तनाव से खराब करने के बजाए फाइनेंशियली फ्रीडम को अपनाएं. ये आपके लिए बहुत जरूरी है.

Published - August 16, 2021, 08:37 IST