फेस्टिव सीजन में बिक्री बढ़ने और पेंट-अप डिमांड के चलते बढ़ेगी गाड़ियों की सेल्सः CRISIL

दोपहिया, यात्री वाहनों और वाणिज्यिक वाहनों के डीलरों को उम्मीद है कि पिछले वित्त वर्ष के निचले स्तर के मुकाबले इस साल बिक्री में वृद्धि होगी.

festive season sales and pent-up demand will increase auto sales: Crisil

रेटिंग एजेंसी ने दोपहिया वाहनों, यात्री वाहनों और वाणिज्यिक वाहनों के 123 से अधिक डीलरों के बीच सर्वेक्षण किया.

रेटिंग एजेंसी ने दोपहिया वाहनों, यात्री वाहनों और वाणिज्यिक वाहनों के 123 से अधिक डीलरों के बीच सर्वेक्षण किया.

क्रेडिट रेटिंग्स एजेंसी CRISIL के एक सर्वेक्षण के मुताबिक, फेस्टिव सीजन में बिक्री बढ़ने और नए मॉडल्स लॉन्च होने के साथ खरीदार बढ़ने से ऑटोमोबाइल डीलरों का वॉल्यूम वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 10-15 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है. वर्तमान वित्त वर्ष में ऑटो उद्योग में रिकवरी पर प्रभाव पड़ने के बावजूद वॉल्यूम बढ़ने की उम्मीद है.

रेटिंग एजेंसी ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका सच होने की स्थिति में यह रफ्तार प्रभावित हो सकती है. इसके अलावा ईंधन की कीमतों में तेजी और ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (OEMs) की आपूर्ति में बाधाओं से भी ऑटोमोबाइल क्षेत्र प्रभावित हो सकता है.

CRISIL के मुताबिक, ऑटोमोबाइल डीलरों का प्रदर्शन क्षेत्रवार काफी अलग होता है, और उत्तर भारत में डीलरशिप सबसे अधिक प्रभावित हुई हैं.

सर्वेक्षण में कहा गया, ‘‘दोपहिया, यात्री वाहनों और वाणिज्यिक वाहनों के डीलरों को उम्मीद है कि पिछले वित्त वर्ष के निचले स्तर के मुकाबले इस साल बिक्री में 10-15% की वृद्धि होगी. नए मॉडल की पेशकश, मांग में तेजी और त्योहारी सत्र की बिक्री से इस साल डिमांड बढे़गी.’’

यह सर्वेक्षण विभिन्न प्रदेशों के दोपहिया वाहनों, यात्री और वाणिज्यिक वाहनों के 123 से अधिक डीलरों के बीच किया गया, जिसका मकसद डीलरों की भावनाओं और अपेक्षाओं का आकलन करना था. इस सर्वेक्षण में अलग-अलग OEM के डीलर्स को भी जोड़ा गया था.

CRISIL के निदेशक भूषण पारेख ने कहा, ‘‘पिछले वित्त वर्ष में त्योहारी सत्र में मांग बढ़ी थी, लेकिन यह टिकाऊ नहीं साबित हुई. दोपहिया डीलर सबसे अधिक प्रभावित हुए. इस वित्त वर्ष में भी बिक्री अभी महामारी से पहले के स्तर तक नहीं पहुंची है.’’ उन्होंने कहा कि डीलरों के बीच धारणा सकारात्मक है, लेकिन त्योहारी सत्र के दौरान कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर को लेकर चिंता भी है.

सर्वेक्षण से पता चला है कि, पिछले वित्त वर्ष की तरह, क्षेत्रीय प्रदर्शन में तेज बदलाव की उम्मीद है. अधिकांश यात्री और वाणिज्यिक वाहन डीलरों को उम्मीद है कि तमाम श्रेणीओं में बिक्री में सुधार होगा, लेकिन उत्तर भारत के 44% यात्री वाहन डीलरों और दक्षिण भारत के 40 प्रतिशत वाणिज्यिक वाहन डीलरों को गिरावट की उम्मीद है.

पिछले वित्त वर्ष के सर्वेक्षण में शामिल किए गए, उत्तर भारत के 45 प्रतिशत वाणिज्यिक वाहन डीलरों और पश्चिम के 67 प्रतिशत डीलरों ने बिक्री में साल-दर-साल 20 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी हैं. CRISIL ने कहा कि कुल मिलाकर दोपहिया डीलर चालू वित्त वर्ष में बिक्री को लेकर आशान्वित हैं.

Published - August 30, 2021, 05:55 IST