इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात सितंबर, 2021 में नौ अरब डॉलर को पार कर गया जबकि चीन, ब्रिटेन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जैसे शीर्ष 25 निर्यात गंतव्यों में से 22 में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गयी. सितंबर महीने में कुल वस्तुओं के निर्यात में इंजीनियरिंग सामान की हिस्सेदारी 26.65 प्रतिशत रही.
इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी) के चेयरमैन महेश देसाई ने कहा कि देश का इंजीनियरिंग निर्यात संचयी रूप से अप्रैल-सितंबर, 2021 में बढ़कर 52.3 अरब डॉलर हो गया जो पिछले साल इसी अवधि में 32.4 अरब डॉलर था.
देसाई ने कहा, ‘‘सालाना आधार पर इसके 2021-22 में 105 अरब डॉलर रहने का अनुमान है. चालू वित्त वर्ष के पहले छह महीने में 49 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है.’’
जिन देशों में निर्यात में सकारात्मक वृद्धि हुई है, उनमें जर्मनी, तुर्की, इटली, ब्रिटेन, मेक्सिको, वियतनाम और सिंगापुर शामिल हैं.
देसाई ने छह देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) में तेजी लाने के लिये उठाये गये कदमों की सराहना की. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को पूर्व में किये गये ऐसे समझौतों से सबक लेने की जरूरत है.
उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व में किये गये मुक्त व्यापार समझौतों से दक्षिण कोरिया और जापान जैसे देशों से लौह और अलौह क्षेत्रों में कुछ उत्पादों के आयात में वृद्धि हुई है. अत: नये एफटीए पर हस्ताक्षर करते समय सतर्क रुख अपनाने की जरूरत है.’’