कोरोना महामारी के बीच प्रभावित अर्थव्यवस्था (economy) का सामना भारत पिछले डेढ़ साल से कर रहा है. इससे लगभग सभी तरह के कारोबार प्रभावित हैं लेकिन कुछ पर ज्यादा तो कुछ पर कम असर पड़ा है. इन्हीं में से एक पेय पदार्थ (Beverages) का कारोबार है जो काफी नुकसान में रहा है. वहीं, मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स के व्यापार में 5 फीसदी तक का उछाल आया है.
दूसरी लहर और इससे जुड़ी चुनौतियों के कारण हुआ नुकसान
कोका-कोला (Coca-Cola) के वैश्विक प्रमुख ने बताया कि कोविड -19 महामारी से भारत में उनके व्यापार पर ज्यादा असर पड़ा है. अप्रैल-जून 2020 के दौरान बिक्री में भारी गिरावट हुई है. इसी दौरान लॉकडाउन भी लगा था. पेय पदार्थों (Beverages) की बिक्री में भारी गिरावट पर कोका-कोला (Coca-Cola) के चेयरमैन जेम्स क्विंसी ने कहा कि पहली तिमाही में भारत और दक्षिण पूर्व एशिया एकमात्र ऐसे क्षेत्र थे, जहां दो साल के आधार पर वॉल्यूम बढ़ता नहीं मिला. उन्होंने कहा कि दूसरी लहर और इससे जुड़ी चुनौतियों के कारण काफी नुकसान हुआ है. कोका-कोला (Coca-Cola) में दूसरे क्वाटर्र के दौरान 14% की वृद्धि अमेरिका, भारत और ब्राजील को मिलाकर हुई है. हालांकि इसके मैंगो ड्रिंक माजा का परफॉर्मेंस थोड़ा बेहतर रहा है.
क्रोमा के घाटे में एक फीसदी की कमी
इलेक्ट्रॉनिक्स और स्मार्टफोन विक्रेता क्रोमा ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए घाटे में 1% की गिरावट दर्ज करते हुए कुल आय में 5% की छलांग लगाई है. वहीं टाटा की कुल आय 5,449 करोड़ रुपये थी, जबकि नियामकों के साथ कंपनी की फाइलिंग के अनुसार शुद्ध घाटा 201 करोड़ रुपये रहा. इससे पता चलता है कि महामारी और लॉकडाउन स्मार्टफोन, लैपटॉप और अन्य उपकरणों की बिक्री को कम नहीं कर सके. एलजी, सैमसंग, एचपी, रियलमी, एप्पल शीर्ष कंपनियों ने पिछली दिवाली के दौरान सर्वश्रेष्ठ बिक्री के आंकड़े देखें पिछले साल की तुलना में क्रोमा की ऑनलाइन बिक्री में 350% की वृद्धि हुई हैं.
ऑटोमोबाइल-रियल एस्टेट
जून माह में 2,31,633 वाहनों की बिक्री हुई, जो जून 2020 की बिक्री के दोगुने से अधिक है. वहीं प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी नाइट फ्रैंक के अनुसार, इस साल जून तक 99,416 घर बेचे, जो 2020 की तुलना में 67% अधिक है. मुंबई-पुणे में सबसे ज्यादा 45% सेल हुई.