कोरोना महामारी के कम होने के साथ भारतीय अब धीरे-धीरे ऑफिस की ओर वापस लौट रहे हैं. इसी के साथ भारत में कंजम्पशन रिवाइवल (खपत में सुधार) भी देखा जा रहा है. लोग गैर-जरूरी चीजों पर खर्च कर रहे हैं. ट्रैवलिंग पर भी स्पेंडिंग बढ़ गई है. ये इंडिया के इकोनॉमिक रिवाइवल के लिए पॉजिटिव संकेत हैं. ग्लोबल कंसल्टेंसी एंड एडवाइजरी फर्म डेलॉइट की एक रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है.
टीकाकरण ने बढ़ाया लोगों का विश्वास
डेलॉइट के ग्लोबल स्टेट ऑफ कंज्यूमर ट्रैकर में कहा गया है कि महामारी की दो लहरों को देखने के बाद, भारत सावधानीपूर्वक पहले के बिजनेस की स्थिति में लौट रहा है. इसमें कहा गया है, कोविड-19 के मामलों की घटती संख्या के साथ-साथ टीकाकरण अभियान ने भारतीय उपभोक्ताओं के बीच विश्वास बढ़ाया है. रिपोर्ट से पता चलता है कि उपभोक्ता गैर-जरूरी चीजों पर अधिक खर्च करने के लिए तैयार है. कार्यस्थल पर लौटने में भी भारतीय सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. अब वह ट्रैवलिंग पर भी खर्च करना चाहते हैं.
लोग ज्यादा खर्च करने को तैयार
डेलॉयट टच तोहमात्सु इंडिया एलएलपी पार्टनर और कंज्यूमर इंडस्ट्री लीडर पोरस डॉक्टर ने कहा, ‘हमारा सर्वे इंडिकेट करता है कि लोग ज्यादा खर्च करने को तैयार है. ये इंडिया के इकोनॉमिक रिवाइवल को बूस्ट करेगी.’ उन्होंने कहा कि कर्मचारी वापस कार्यालय लौट रहे हैं लेकिन उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे अत्यधिक सावधानी के साथ, ऑफिस में भी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करे.’
कैसे किया गया सर्वे?
सर्वे में कहा गया है, ‘उपभोक्ताओं को सक्रिय रूप से 12 प्रतिशत शराब पर, 36 प्रतिशत केबल टीवी, 36 प्रतिशत कपड़े/जूते, 33 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक्स, 25 प्रतिशत फर्निशिंग और 22 प्रतिशत रेस्तरां पर खर्च करते देखा जा रहा है.’ ये सर्वे जुलाई-अगस्त के दौरान भारत में 1,000 व्यक्तियों के कंज्यूमर स्पेंडिंग बिहेवियर के 30-दिवसीय विश्लेषण पर आधारित है.
अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए तैयार भारतीय
भारतीय उपभोक्ता इंटरनेशनल ट्रैवल (international travel) के लिए पूरी तरह तैयार हैं. सर्वे में शामिल 75% भारतीय अगले तीन महीनों में हॉलिडे के लिए इंटरनेशनल ट्रैवल की योजना बना रहे हैं.