कैबिनेट ने ऑटो सेक्टर (auto sector) के लिए करीब 26 हजार करोड़ रुपये की नई प्रॉडक्ट-लिंक्ड इनसेंटिव स्कीम (PLI scheme) को मंजूरी दे दी है. सरकार को उम्मीद है कि इससे इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन फ्यूल व्हीकल्स को बढ़ावा देने के साथ क्षेत्र में 7.5 लाख नौकरियों के मौके तैयार करने में मदद मिलेगी.
बीते साल केंद्र ने ओटोमोबाइल और ओटो कंपोनेंट सेक्टर के लिए इस योजना की घोषणा की थी. तब इसपर पांच साल की अवधि में 57,043 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का प्लान बनाया गया था.
सरकार ने अब इसे घटाकर 25,938 करोड़ रुपये कर दिया है. योजना का लक्ष्य बिजली और हाइड्रोजन पर चलने वाले वाहनों को बढ़ावा देना होगा.
This PLI Scheme for auto sector along with the already launched PLI schemes for Advanced Chemistry Cell and Faster Adaption of Manufacturing of Electric Vehicles will benefit India in manufacturing new technologies, vehicles and components
– Union Minister @ianuragthakur pic.twitter.com/b3OlC2ubu2
— MIB India 🇮🇳 #AmritMahotsav (@MIB_India) September 15, 2021
ऑटो कंपोनेंट सेगमेंट की PLI स्कीम में इलेक्ट्रॉनिक पावर स्टीयरिंग सिस्टम, ऑटोमैटिक ट्रांसमिसन एसेंबली, सेंसर, सनरूफ, सुपर कैपेसिटर, अडेंप्टिव फ्रंट लाइट सिस्टम, टायर प्रेशर मॉनेटरिंग सिस्टम, ऑटोमैटिक ब्रेक और कोलिजन वॉर्निंग सिस्टम शामिल होंगे.
ऑटो सेक्टर की यह योजना बजट 2021-22 के दौरान पेश की गई उस PLI स्कीम का हिस्सा है, जिसके तहत कुल 13 सेक्टरों पर 1.97 लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं. कुछ सेक्टरों को पहले ही इसके लिए मंजूरी मिल चुकी है. हाल में टेक्सटाइल सेक्टर के लिए कैबिनेट ने 10,683 करोड़ रुपये की PLI स्कीम को भी मंजूरी दी थी.
केंद्र को उम्मीद है कि योजना के तहत दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि से कंपनियों को वैश्विक स्तर पर मजबूत प्रदर्शन और विस्तार करने में मदद मिलेगी. योजना के जरिए 7.5 लाख लोगों को सीधे तौर पर फायदा पहुंचाए जाने का अनुमान है.
केंद्र के बुधवार को स्कीम को मंजूरी देने के बाद ओटो कंपोनेंट कंपनियों को शेयरों में तेजी देखने को मिली. व्हीकल एक्सल बनाने वाली जमना ऑटो के स्टॉक नौ गुना से अधिक चढ़कर अपने इंट्राडे हाई 93.7 रुपये पर पहुंच गए. उधर, वैरॉक इंजीनियरिंग के शेयरों में 18 फीसदी उछाल देखने को मिली. इसी के साथ नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के ऑटो इंडेक्स में 0.5 प्रतिशत की तेजी आई.