पिछले कुछ सालों से विमानन क्षेत्र ने बहुत से उतार-चढ़ाव देखे हैं, जिसके परिणामस्वरूप यात्रियों को इसका बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ा है. हाल ही में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से “एयरसेवा” द्वारा करीब आधा दर्जन एयरलाइन्स को जीवनदान दिया गया है. जिससे उपभोक्ताओं में उम्मीद जागने के साथ नया उत्साह है.
2016 में जिस एयरसेवा पोर्टल ने अपना स्वर्णिम समय देखा उसे रिलॉन्च करने की घोषणा ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा की गई अन्य घोषणाओं में से एक है. उन्होंने इस सेक्टर को संवारने की घोषणा भी की है.
इस पोर्टल को लॉन्च करने का उद्देश्य यात्रियों की समस्याओं का समाधान करना है. उड़ान में देरी, रिफंड की समस्या, लंबी लाइन, एयरपोर्ट पर अपर्याप्त सुविधाओं का होना और खोए हुए सामान की शिकायतों जैसे मुद्दों के समाधान के लिए इसे लॉन्च किया गया था. यह पोर्टल प्रत्येक एयरलाइन के खिलाफ लंबित शिकायतों की संख्या को दर्शाएगा. इसी के साथ इसमें एक सिस्टम भी होगा जो अनसुलझी समस्याओं के तेजी से निपटान को भी सुनिश्चित करेगा.
सरकार कोरोना महामारी के कारण बुरी तरह से प्रभावित इस सेक्टर को आगे बढ़ान की कोशिश कर रही है. अब इस सेक्टर का पुनरुत्थान इस बात पर निर्भर करेगा कि एयरलाइन्स द्वारा यात्रियों को बेहतर सेवा दी जाए और उनकी शिकायतों का तुरंत निपटारा किया जाए.
रिफंड के लिए जूझना, समय में बदलाव और गलती ना होने पर भी बेहद गलत व्यवहार का सामना यात्रियों को करना पड़ता है. उम्मीद है एयरसेवा ऐप, ऐसे बहुत से मुद्दों को निपटाने में मदद करेगा, जो पहले लंबे समय तक खींचे जाते थे, जिससे उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था.
कंपनी की कॉरपोरेट इमेज बदलने की प्रेक्टिस करने से स्टेक होल्डर को कोई मदद नहीं मिलेगी बल्कि यह उस क्षेत्र की कमियों को प्रदर्शित करेगा, जिससे देश की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने की उम्मीद थी.