कृषि के क्षेत्र में तकनीक को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. आज के समय में किसान खेती में एक से बढ़ कर एक तकनीक का प्रयोग कर न सिर्फ उन्नत खेती कर रहे हैं, बल्कि अपनी आमदनी भी बढ़ा रहे हैं. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के कृषि विज्ञान केन्द्र ने. दरअससल केंद्र ने धान के फसल पर एग्री ड्रोन (Agri drone) से रासायनिक खाद यूरिया का छिड़काव का तकनीकि प्रदर्शन किया. इस पद्धति से किसान कम लागत में अधिक फसल का पैदावार ले सकेंगे.
सरकार किसानों की आय दुगनी करने हर संभव प्रयास करने में जुटी हुई है और आधुनिक तकनीकि उपकरण किसानों को मुहैय्या करा रही है. वहीं दूसरी ओर कृषि वैज्ञानिक इन उपकरणों का प्रदर्शन कर किसानों की उन्नत खेती करने के गुर बता रहे हैं. इसी के तहत राजनांदगांव जिले के कृषि विज्ञान केंद्र सुरगी में एग्री ड्रोन तकनीक का प्रदर्शन कर धान के फसल में नैनो यूरिया खाद का छिड़काव किया गया.
वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बीएस राजपूत ने बताया कि इस तकनीक के माध्यम से किसान कम पानी के साथ -साथ कम लागत में अच्छी फसल का पैदावार कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि एग्री ड्रोन तकनीकी के माध्यम से एक एकड़ क्षेत्र में 20 लीटर पानी का उपयोग कर 20 मिनट में एक एकड़ क्षेत्र में छिड़काव किया जा सकता है, जबकि हस्त चलित स्प्रे पंप से छिड़काव करने पर एक एकड़ हेतु चार सौ से पांच सौ लीटर पानी का उपयोग किया जाता है.
कृषि वैज्ञानिक डाॅक्टर बीएस राजपूत ने बताया कि इस ड्रोन की कीमत 6 लाख 50 हजार रुपये है. इस एग्री ड्रोन के द्वारा सभी प्रकार के उर्वरक, कीटनाशक, फफूंद नाशक एवं रासायनों का छिड़काव किया जा सकता है. एग्री ड्रोन का कंपनी द्वारा प्रति एकड़ चार सौ रुपये किराया निर्धारित किया है.
एग्री ड्रोन बैट्री चलित है इसकी बैटरी बिजली से चार्ज होती है। बैटरी का चार्ज करने में 20 मिनट का समय लगता है. इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र के कृषि वैज्ञानिक कृषि उपसंचालक उद्यानिकी उप संचालक सहित प्रगति शील किसान मौजूद थे.