पेट्रोल के बाद अब डीजल भी हुआ 100 रुपये के पार

पेट्रोल 111.10 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया. उन्होंने कहा कि राज्य के अन्य हिस्सों में बालाघाट जिले में डीजल की कीमत 101 रुपये प्रति लीटर है.

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पेट्रोल की कीमत 5.87 रुपये घटकर 109.98 रुपये प्रति लीटर और डीजल 12.48 रुपये कम होकर 94.14 रुपये प्रति लीटर हो गई है

पेट्रोल की कीमत 5.87 रुपये घटकर 109.98 रुपये प्रति लीटर और डीजल 12.48 रुपये कम होकर 94.14 रुपये प्रति लीटर हो गई है

Diesel Price Today, 5 October 2021: भोपाल और इंदौर में मंगलवार को डीजल की कीमतें 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर गईं, जबकि मध्य प्रदेश के दो प्रमुख शहरों में पेट्रोल की कीमतें 111 रुपये प्रति लीटर से अधिक हो गईं, क्योंकि 2014 के बाद से अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतों में उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद दरों में फिर से वृद्धि हुई थी.

पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन (पीपीडीए) के अध्यक्ष अजय सिंह ने को बताया कि राज्य की राजधानी भोपाल में डीजल की कीमत 100.1 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई, जबकि पेट्रोल 111.10 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया. उन्होंने कहा कि राज्य के अन्य हिस्सों में बालाघाट जिले में डीजल की कीमत 101 रुपये प्रति लीटर है.

औद्योगिक हब इंदौर में डीजल की कीमत 32 पैसे की वृद्धि दर्ज कर 100.11 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल की कीमत 26 पैसे की वृद्धि के बाद 111.18 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गई.

मध्य प्रदेश फेडरेशन ऑफ पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष पारस जैन ने दावा किया कि यह पहली बार है जब इंदौर में डीजल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई है.

दशकों से पेट्रोल पंप चला रहे जैन ने याद किया कि एक समय 1977 में डीजल 1.61 रुपये प्रति लीटर बिकता था. हालांकि, पीपीडीए के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि राज्य में ईंधन की कीमतों में कमी की गुंजाइश है.

सिंह के मुताबिक, “केंद्र को कीमतों के बावजूद प्रति लीटर ईंधन पर एक निश्चित राशि कर का एहसास होता है. हालांकि, राज्य सरकार प्रतिशत के आधार पर मूल्य वर्धित कर (वैट) लेती है. इसलिए, राज्य के पास इसे कम करने की गुंजाइश है. उन्होंने कहा कि मौजूदा बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का नतीजा है.

व्‍यापारी राजेश गुप्ता ने कहा कि “मुझे समझ नहीं आता कि पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि कब रुकेगी. मेरा व्यवसाय COVID-19 के प्रकोप से बुरी तरह प्रभावित हुआ था और इसके अलावा, ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी ने मेरा बजट बर्बाद कर दिया है.

इस बीच, राज्य कांग्रेस के प्रवक्ता अनुरोध जैन ने मांग की कि लोगों को राहत देने के लिए पेट्रोल और डीजल पर वैट तुरंत कम किया जाए और इन ईंधनों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत लाया जाए.

जैन ने कहा, “पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण ट्रांसपोर्टर माल भाड़ा बढ़ा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप जरूरी वस्तुओं की मुद्रास्फीति बढ़ रही है.

Published - October 5, 2021, 05:04 IST