होम लोन (Loan) की दरें निचले स्तर पर हैं. कम से कम 20 बैंक और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां आज 7.00% या उससे कम के इंटरेस्ट रेट पर होम लोन प्रोवाइड करती हैं. कई बड़े बैंक भी योग्य कस्टमर को 6.80% से भी कम की दरों पर लोन (Loan) दे रहे हैं . योग्य कस्टमर में स्टेबल इनकम वाले और 750 से अधिक क्रेडिट स्कोर वाले लोग शामिल हैं. सस्ते लोन का अर्थ है कम EMI. कम EMI का मतलब स्क्वायर फुटेज या लोकेशन से समझौता किए बिना घर खरीदने के लिए बड़ा कर्ज लेने में सक्षम होना भी है.
हालांकि, होम लोन एक लॉन्ग टर्म फाइनेंशियल कमिटमेंट है. इसका आपके फाइनेंस पर गहरा असर पड़ेगा. इसलिए इसे लेते समय और रीपेमेंट के समय सावधानी बरतनी चाहिए. होम लोन (Loan) लेते समय आपको कुछ बुनियादी बातों का ध्यान रखना चाहिए.
डेटा से पता चलता है कि हाई कॉस्ट और लो रिटर्न के चलते निवेश के नजरिए से घर खरीदने के प्लान को टाला जा सकता है. कई शहरों में, नई प्रॉपर्टी पर EMI का 3% भी किराया मिलना मुश्किल है. उदाहरण के लिए, मान लीजिए आपकी प्रॉपर्टी की कीमत रु 1 करोड़ और इससे सालाना 3 लाख रु. किराया मिलता है, मतलब आपकी रेंटल यील्ड 3% है. जब आप इनकम टैक्स और प्रॉपर्टी टैक्स, लोन इंटरेस्ट और मेंटेनेंस कॉस्ट जोड़ते हैं तो ईल्ड और कम हो जाती है. यह दर म्युचुअल फंड निवेश, प्रोविडेंट फंड होल्डिंग, या यहां तक कि एक सेविंग अकाउंट पर आपकी कमाई से भी कम है. इसलिए, यह निवेश के तौर पर ये सही विकल्प नहीं है. इसलिए इसके लिए बड़ा लोन लेने का कोई मतलब नहीं है. खुद के इस्तेमाल के लिए प्रॉपर्टी लेना ज्यादा मायने रखता है. यदि आप निकट भविष्य के लिए इस प्रॉपर्टी में रहने की योजना बनाते हैं, घर बसाते हैं, आपका एक परिवार है, या आप अपने सिर पर खुद की एक छत चाहते हैं, तो ही होम लोन के लिए जाएं.
30 लाख रुपए से कम के होम लोन के लिए 90% और ऊंची लागत यानी 75 लाख रुपए से अधिक के लिए 75% तक फाइनेंस मिलता है. इसके अलावा, घर के ओनरशिप की कई एडिशनल कॉस्ट हैं. मान लीजिए आपकी प्रॉपर्टी की कीमत 100 रूपए है तो रजिस्ट्रेशन और स्टाम्प ड्यूटी की लागत लगभग 6 रुपए होगी. फर्निशिंग पर 5-10 रुपए और खर्च हो सकते हैं. कई दूसरे खर्च (बिल्डिंग फंड, पानी और बिजली कनेक्शन, लोन कॉस्ट, और प्रॉपर्टी ब्रोकर को भुगतान) के लिए एक 5 रुपए और खर्च हो सकते हैं. इसलिए, आपकी कुल लागत रु. 120. इसमें से होम लोन रु. 80. अन्य रु. 40 आपको अपनी जेब से डालने पड़ेंगे. आप घर खरीद के लिए लोन ले सकते हैं – केवल तभी जब आप मार्जिन मनी प्रोवाइड करने में सक्षम हों. बैंक आपको शेष राशि लोन के रूप में देने से पहले आपको पेमेंट का प्रूफ (उदाहरण के लिए, 20% तक) दिखाने को कह सकता है.
घर की खरीदारी आपके फाइनेंस पर असर डालेगी. यदि आप इस पल की तैयारी में सालों से बचत कर रहे हैं, तो आप इसे संभाल लेंगे. यदि आप तैयार नहीं हैं, तो फाइनेंस पर लगा झटका आपको असुरक्षित बना सकता है. डाउन पेमेंट करना, लोन लेना और प्रॉपर्टी का रजिस्ट्रेशन कराना आपके फाइनेंस पर झटके की तरह नहीं होना चाहिए. आपके पास ये पैसा पहले से तैयार रहना चाहिए. यदि आपको इनकम लॉस या हेल्थ इमरजेंसी जैसे संकट का सामना करना पड़ता है, तो लोन पेमेंट मैनेज करना मुश्किल हो सकता है. इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप न केवल इस घर की खरीद के लिए बल्कि किसी भी अनियोजित घटना के लिए तैयार हैं जो आपको तनाव में डाल सकती है.
लोन चुकाने के लिए चाहिए स्टेबिल इनकम और रोजगार. इनकम या रोजगार में रुकावट से लोन की किस्त भरना मुश्किल हो जाएगा. होम लोन आपकी प्रॉपर्टी द्वारा सुरक्षित होते हैं जिनके कागजात बैंक के पास तब तक रहते हैं जब तक पूरा लोन चुकाया नहीं जाता. यदि आप लोन पर डिफॉल्ट करते हैं, तो बैंक आपको अपना भुगतान वापस पटरी पर लाने के तरीके बताएंगे. हालांकि, अंतिम उपाय के रूप में, बैंक के पास प्रॉपर्टी को वापस लेने और अपने बकाया लोन की वसूली के लिए इसे नीलाम करने का कानूनी अधिकार है. इसलिए, आपको आश्वस्त होने की जरूरत है कि आप बिना किसी फाइनेंशियल स्ट्रेस के अपने ड्यूज क्लियर कर पाएंगे.
क्रेडिट स्कोर बहुत महत्वपूर्ण हो गए हैं. इसके जरिए बैंक कस्टमर की लोन चुकाने की क्षमता जांचते हैं. आपके क्रेडिट स्कोर से पता चलता है आपने अपने पुराने ड्यूज समय पर क्लियर किए हैं या नहीं. आज, 750 या अधिक के क्रेडिट स्कोर वाले कस्टमर्स के लिए बेस्ट लोन ऑफर रिजर्व हैं. यदि आपके पास मौजूदा लोन और क्रेडिट कार्ड हैं, तो अपने क्रेडिट स्कोर की हर महीने जांच करना समझदारी होगी. अगर यह 750 से कम है, तो आप इसे सुधारने के लिए कदम उठा सकते हैं. इससे आपको बेहतर लोन ऑफर प्राप्त करने में मदद मिलेगी. लंबी अवधि के लोन पर कम ब्याज का मतलब लाखों की बचत हो सकती है. इसके उलट, खराब स्कोर के साथ, आपका ब्याज भुगतान बहुत अधिक होगा.
हर बैंक का अपना होम लोन एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया होता है. आपकी इनकम, इनकम का सोर्स, जिस कंपनी के साथ आप काम करते हैं, वह राशि जो आप उधार ले रहे हैं, लोन-टू-वैल्यू-रेश्यो, आपका क्रेडिट स्कोर, आपका जेंडर, और लैंडर द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले अन्य पैरामीटर आपके लोन इंटरेस्ट रेट को आकार देने में मदद करते हैं. आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप अपने पसंदीदा बैंक के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करते हैं. यदि नहीं, तो आपको एक और बैंक खोजने की जरूरत होगी. अधिकांश बैंक द्वारा एलिजिबिलिटी डिटेल एडवरटाइज की जाती हैं. लोन के लिए अप्लाई करने से पहले उन्हें पढ़ना समझदारी होगी.
सबसे कम होम लोन की दरें आमतौर पर महिलाओं के लिए आरक्षित होती हैं. पुरुष भी महिलाओं के साथ सह-उधार लेकर कम इंटरेस्ट रेट का फायदा उठा सकते हैं. आमतौर पर, एक पति और पत्नी सह-उधार ले सकते हैं. स्टेबल इनकम और हाई क्रेडिट स्कोर वाला एक सह-उधारकर्ता आपकी ओवरऑल लोन एलिजिबिलिटी इंप्रूव कर सकता है, आपके रीपेमेंट के बोझ को शेयर कर सकता है, और टैक्स सेविंग को बढ़ा सकता है – इसे विन विन सिचुएशन कहा जा सकता है मतलब आपका फायदा ही फायदा. यदि आपकी अपनी एलिजिबिलिटी कम है, तो आप इसे सुधार के लिए अपने परिवार में एक सह-उधारकर्ता की पहचान कर सकते हैं.
लोन एप्लीकेशन के लिए, आपको आइडेंटिटी, इनकम और एड्रेस का प्रूफ देना होगा. आइडेंटिटी और एड्रेस प्रूफ के तौर पर, आपको आधार या पासपोर्ट जैसे ऑफिशियल वेलिड डॉक्यूमेंट्स (OVDs) की लिस्ट में से कोई भी प्रूफ प्रोवाइड करने की जरूरत होगी. अपने इनकम प्रूफ के लिए, आपको रीसेंट सैलरी स्लिप, लेटेस्ट फॉर्म 16 और इनकम टैक्स रिटर्न, इनकम और इन्वेस्टमेंट के प्रूफ और बैंक द्वारा आवश्यक कोई अन्य प्रूफ दिखाना होगा. यदि आपके पास एक को-एप्लीकेंट है, तो उनके लिए भी डॉक्यूमेंट के समान सेट की जरूरत होगी. इसलिए, जब आप लोन के लिए आवेदन करते हैं तो आपके ये डॉक्यूमेंट आपके पास रेडी होने चाहिए.
ब्याज दर से परे देखें. एक लोन लेते समय बहुत सी चीजों को ध्यान में रखना पड़ता है. उदाहरण के लिए, दो बैंक समान ब्याज दर पर लोन की पेशकश कर सकते हैं, लेकिन क्वालिटी ऑफ कस्टमर सर्विस, सेवाओं के डिजिटलीकरण, ब्रांच से निकटता और लगाए गए विभिन्न लोन – रिलेटेड चार्ज के संदर्भ में वो पूरी तरह से अलग हो सकते हैं. किसी कस्टमर के लिए यह तुरंत पता करना आसान नहीं है कि वो दोनों में से किसे चुने. हालांकि, उन्हें अपने विकल्पों की तुलना करने की कोशिश करनी चाहिए और उस विकल्प के साथ जाना चाहिए जो उनके एजेंडे में फिट बैठता हो.
अंत में, होम लोन के बारे में कई चीजें हैं जो आपको धीरे-धीरे पता चलेंगी- और यह हमेशा आपकी पसंद के अनुसार नहीं हो सकती हैं. आपको एक बैंक से चिपके रहने की जरूरत नहीं है. आप अपने लोन को किसी और बैंक में भी ट्रांसफर कर सकते हैं जिसकी शर्तें और ऑफर आपको बेहतर लगे.
(लेखक BankBazaar.com के CEO हैं. व्यक्त किए गए विचार निजी हैं)