रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि कई इंडीकेटर्स आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने का इशारा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मौजूदा वित्त वर्ष में देश की आर्थिक ग्रोथ 9.5% रहेगी. दास ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर का असर अगस्त तक खत्म हो चुका है और दूसरी तिमाही से सीक्वेंशियल यानी तिमाही-दर-तिमाही आधार पर आर्थिक ग्रोथ बेहतर रहेगी.
महंगाई बढ़ने की आशंका नहीं
इंडियन एक्सप्रेस और फाइनेंशियल एक्सप्रेस के आयोजित एक इवेंट में RBI गवर्नर ने कहा कि रिजर्व बैंक ने महामारी को देखते हुए ग्रोथ पर और ज्यादा फोकस करने का फैसला किया है और वह सरकार के महंगाई के लिए तय किए गए 2-6 फीसदी के टारगेट के भीतर काम कर रहा है.
उन्होंने कहा कि RBI धीरे-धीरे 4 फीसदी का टारगेट को हासिल करने पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि महंगाई में इजाफा होने की आशंका कम है.
बैंकों के NPA पर
बैंकिंग सिस्टम के ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स रेशियो के जून तिमाही के अंत में 7.5 फीसदी पर होने के बारे में उन्होंने कहा कि ये अभी मैनेज किए जाने योग्य है. दास ने कहा कि बैंकों के पास पर्याप्त कैपिटल बफर मौजूद है.
कर्जों के निपटारे में बैंकों को होने वाले नुकसान के बारे में उन्होंने कहा कि IBC के कामकाज में सुधार की निश्चित तौर पर गुंजाइश है.
क्रिप्टोकरेंसी पर
क्रिप्टोकरेंसी पर RBI गवर्नर ने कहा कि रिजर्व बैंक ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर अपनी गंभीर और बड़ी चिंताओं से सरकार को वाकिफ करा दिया है और अब सरकार को ये तय करना है कि वह इन प्लेटफॉर्म्स के साथ कैसे निपटती है.
दास ने कहा कि हमें आने वाले वक्त में भारतीय अर्थव्यवस्था में इन निजी क्रिप्टोकरेंसीज के योगदान पर भरोसेमंद जवाब ढूंढने होंगे.