Consumer Sentiment for Festival Season: इस दिवाली बाजारों में चमक लौट रही हैं. बाजारों में बढती भीड सकारात्मक बदलाव का संकते दे रहे हैं. ग्राहक जम कर खरीदारी कर रहे हैं, जिस कारण कई कैटेगरी का कारोबार प्रि-कोविड लेवल से पार हो गया हैं. उपभोक्ता बडी खरीदारी कर रहे हैं और इस दिवाली घरेलू या निजी सामान जैसे व्हाइट गूड्स, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स और आभूषण पर खर्च बढा रहे हैं. सबसे ज्यादा खरीदारी होम अप्लायंसिस, गेजेट्स, ज्वैलरी जैसी कैटेगरी में हो रही हैं. इन 9 पॉ़इंट्स में समझते हैं इस दिवाली ग्राहकों का मूड कैसा हैं.
उपभोक्ता डेटा इंटेलिजेंस कंपनी, एक्सिस माई इंडिया ने इंडिया कंज्यूमर सेंटीमेंट इंडेक्स (CSI) के अपने नवीनतम निष्कर्ष जारी किए. सर्वेक्षण के अनुसार, आवश्यक वस्तुओं पर खर्च करने वाले उपभोक्ताओं का प्रतिशत बढ़ा है, जबकि विवेकाधीन उत्पादों पर खर्च समान बना हुआ है.
– भारत के 50% फैमिली ने इस दिवाली में आवश्यक चीजों की खरीदारी के लिए अधिक खर्च किया हैं, वहीं 18% फैमिली ने गैर-आवश्यक वस्तुओं के लिए खर्च बढाया है.
– CAIT के मुताबिक, धनतेरस के दिन पूरे देश में 7,500 करोड़ रूपये का सोना बिका, जिससे एक बात स्पष्ट हैं कि, ज्यादातर लोग निवेश के मामले में गोल्ड पर भरोसा करते हैं, क्योंकि लोकडाउन के वक्त यही उनके काम आया था.
– 63 प्रतिशत परिवारों के कुल घरेलू खर्च में बढ़ोतरी हुई, जो पिछले महीने से 7 प्रतिशत ज्यादा है. उत्तर भारत में यह बढ़ोतरी सबसे ज्यादा हुई.
– पर्सनल केयर और घरेलू सामान जैसी आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, जो पिछले महीने से 5 प्रतिशत अधिक थी. ग्रामीण भारत में हुआ विकास शहरी बाजारों की तुलना में थोड़ा सा ज्यादा था.
– 36 फीसदी उपभोक्ता इस त्योहारी सीजन में छोटी टिकटों की खरीदारी से आगे जाने की योजना बना रहे हैं. जबकि 24% घरेलू या व्यक्तिगत वस्तुओं जैसे एसी, टीवी, वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर आदि, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स और आभूषण पर खर्च करना चाह रहे हैं. 9% 4-व्हीलर या 2-व्हीलर खरीदना चाह रहे हैं.
– परिवारों में गैरजरूरी और व्यक्तिगत पसंद की वस्तुओं जैसे एसी, कार, फ्रिज की खरीदारी के लिए किए गए खर्च में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. गैर जरूरी चीजों पर परिवारों में 73 प्रतिशत खर्च समान ही रहा, जो पिछले महीने से तीन प्रतिशत अधिक था. व्यक्तिगत पसंद की वस्तुओं की खरीदारी का ट्रेंड सकारात्मक संकेत दे रहा हैं.
– क्रेडिट कार्ड से खरीदारी बढ रही हैं और सितंबर में उसमें 57 फीसदी उछाल देखा गया. अक्टूबर के पिछले 15 दिनों में बैंको ने 64,000 करोड़ रूपये के लोन सैंक्शन किए, जिसमें पर्सनल लोन कि हिस्सेदारी 10 फीसदी से अधिक हैं.
– बाहरी गतिविधियों पर ज्यादा फोकस होने के कारण स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल की अहमियत जल्द ही लौट आई. पिछले महीने 44 प्रतिशत परिवारों की तुलना में इस महीने 47 प्रतिशत परिवारों में स्वास्थ्य रक्षा के उत्पादों पर खर्च बढ़ा.
– मोबिलिटी नेटस्कोर में पिछले चार महीनों की तुलना में ज्यादा सुधार देखने को मिला. सर्वे में 88 प्रतिशत परिवार छुट्टियां बिताने और अपना मनोरंजन करने बाहर जा रहे हैं. मॉल व रेस्तरा में भी घूमने जा रहे हैं. अक्टूबर में 88 लाख लोगों ने हवाईसफर चुना और नवंबर में ये आंकडा 1 करोड़ के करीब रहने की उम्मीद हैं.