LIC की बड़ी तैयारीः RuPay कार्ड लॉन्च किया, जल्द आम लोगों मिलेगा फायदा

एलआईसी रुपे कार्डः LIC के अधिकारियों का कहना है कि इस पायलट प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद ये RuPay कार्ड आम लोगों के लिए भी उपलब्ध होंगे.

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Image: LIC cards, LIC का RuPay कार्ड 500 रुपये से लेकर 10,000 रुपये के प्रीपेड अमाउंट वाला होगा.

Image: LIC cards, LIC का RuPay कार्ड 500 रुपये से लेकर 10,000 रुपये के प्रीपेड अमाउंट वाला होगा.

जल्द ही आपको LIC का जारी किया गया रुपे (RuPay) कार्ड इस्तेमाल करने के लिए मिल सकता है. देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC ने RuPay प्रीपेड कार्ड ऑफर करने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया है. इसके पीछे मकसद डिजिटल और कैशलेस ट्रांजैक्शंस को बढ़ावा देना है. शुरुआत में ये प्रीपेड कार्ड LIC और इसकी सब्सिडियरी इकाइयों के आंतरिक इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होंगे. आधिकारिक कार्यक्रमों के दौरान एंप्लॉयीज को रिवॉर्ड देने में इनका इस्तेमाल किया जाएगा.

LIC अधिकारियों का कहना है कि इस पायलट प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद ये RuPay कार्ड आम लोगों के लिए भी उपलब्ध होंगे.

LIC कार्ड्स सर्विसेज लिमिटेड (LIC CSL) ने इस कॉन्टैक्टलेस प्रीपेड गिफ्ट कार्ड “शगुन” को IDBI बैंक के RuPay प्लेटफॉर्म के साथ मिलकर लॉन्च किया जा रहा है.

10,000 रुपये की लिमिट

LIC का रुपे (RuPay) कार्ड 500 रुपये से लेकर 10,000 रुपये के प्रीपेड अमाउंट वाला होगा. इस कार्ड के साथ आप 3 साल के भीतर कई दफा ट्रांजैक्शंस कर सकते हैं. LIC ने एक बयान में ये जानकारी दी है.

RuPay कार्ड को बड़े पैमाने पर स्वीकार किया जाता है. ऐसे में शगुन गिफ्ट कार्ड का इस्तेमाल देश के तमाम मर्चेंट आउटलेट्स और ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर किया जा सकेगा.

इसके जरिए यूजर्स डिपार्टमेंटल स्टोर्स, पेट्रोल पंप, रेस्टोरेंट्स, ज्वैलरी स्टोर्स और अपैरल स्टोर्स पर कर सकते हैं.

कार्डहोल्डर्स को 5,000 रुपये तक की खरीदारी पर पिन दर्ज करने की भी जरूरत नहीं होगी क्योंकि ये एक कॉन्टैक्टलेस कार्ड है.

LIC के एक प्रवक्ता के मुताबिक, “हम IDBI और Rupay के साथ साझेदारी करके LIC गिफ्ट कार्ड जारी कर रहे हैं. हमारा मानना है कि गिफ्टिंग सबसे बड़ा सामाजिक व्यवहार का हिस्सा है.”

भविष्य की योजना

LIC के अधिकारियों का कहना है कि ये बैंकिंग बिजनेस की दिशा में LIC का पहला कदम है.

एक बार इस प्रोजेक्ट के सफल होने के बाद LIC कार्ड बिजनेस में एंट्री कर सकती है. LIC CSL के एक प्रवक्ता के मुताबिक, “हम कई तरह के बेनेफिट्स/कार्ड मुहैया कराने के जरिए डिजिटल ट्रांजैक्शंस की वैल्यू को बढ़ाना चाहते हैं और इस तरह से यूजर्स और रेसीपिएंट दोनों के लिए ट्रांजैक्शंस की लागत को कम करना हमारा मकसद है.”

ये कार्ड एक मोबाइल ऐप m-passbook से ऑटो लिंक्ड होगा. इसमें एक डेडिकेटेड इन-हाउस कस्टमर सपोर्ट टीम होगी जो कि 24/7 आधार पर ग्राहकों की शिकायतों को दूर करने पर काम करेगी.

एक्सपर्ट की राय

IDBI बैंक के MD & CEO राकेश शर्मा कहते हैं, “LIC के साथ पहले से जारी हमारे कारोबारी तालमेल की कड़ी में हम NPCI और LIC कार्ड्स सर्विसेज लिमिटेड के साथ इस मुहिम में भागीदारी से खुश हैं.”

डिजिटल ट्रांजैक्शंस

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के हालिया आंकड़ों के मुताबिक, UPI ट्रांजैक्शंस में अप्रैल में गिरावट आई है.

मार्च के मुकाबले इस साल अप्रैल में इन ट्रांजैक्शंस की संख्या 273.16 करोड़ रुपये से गिरकर 264.10 करोड़ रुपये पर आ गई है. ये 3.31 फीसदी की गिरावट दिखा रहा है.

वैल्यू टर्म में मार्च और अप्रैल के बीच ये गिरावट 2.22 फीसदी रही है.

NPCI के आंकड़ों से पता चलता है कि मई में UPI के जरिए 253.96 करोड़ ट्रांजैक्शंस हुए हैं. इन ट्रांजैक्शंंस की वैल्यू 4.91 लाख करोड़ रुपये की रही है.

Published - June 17, 2021, 11:59 IST