Emergency Fund: समझदार लोग अक्सर इमरजेंसी फंड (Emergency Fund) की सलाह देते हैं. कोरोनाकाल में ऐसे फंड का होना कितना जरूरी हो गया है, ये भी हमें समझ में आ चुका है.
कई लोग फंड को ऐसी जगह रख देते हैं, जिसे तुरंत निकालना मुश्किल हो जाता है. ऐसे में हमें यह भी पता होना चाहिए कि इसे कैसे आसानी से निकाला जा सकता है.
सर्टीफाइड फाइनेंशियल प्लानर समीर शाह बताते हैं कि “इमरजेंसी फंड के लिए ऐसी जगह निवेश करना चाहिए, जहां से केवल कुछ घंटो में आपके अकाउंट में पैसे वापस आ जाएं”. इमरजेंसी फंड को अलग-अलग एसेट में रखकर रिटर्न के साथ साथ तुरंत निकालने का फायदा ले सकते हैं.
शाह बताते हैं कि उतना अमाउंट का इमरजेंसी फंड होना जरूरी है, जिससे आपकी कम से कम छह माह की बेसिक जरूरतों को पूरा कर सके.
आप सेविंग बैंक अकाउंट और बैंक एफडी, आरडी और कुछ पैसा घर पर रख सकते हैं. लिक्विड फंड भी बेहतरीन विकल्प है. मान लीजिए, आप 5 लाख रुपये का इमरजेंसी फंड रखना चाहते हैं, तो 50,000 रुपये अपने घर पर कैश के रूप में रखे.
1 लाख रुपये सेविंग अकाउंट में रखें. 1.5-2 लाख रुपये की बैंक एफडी कर सकते हैं और बाकी पैसा लिक्विड फंड में रख सकते हैं.
अगर एटीएम कार्ड हो, तो कैश निकालना बहुत ही आसान है. वैसे ही लिक्विड फंड से पैसे निकालना भी आसान है. कई लिक्विड फंड्स 50,000 रुपये तक की राशि या 90% तक की निवेशित राशि निकालने की अनुमति देते हैं.
ऐसे फंड से आप कभी भी अपना निवेश निकाल सकते हैं, जिसके लिए कोई भी निर्धारित कट-ऑफ टाइम के भीतर फोलियो नंबर का हवाला देकर म्यूचुअल फंड पोर्टल पर एक रिडंप्शन रिक्वेस्ट करनी पड़ती है.
ये रिक्वेस्ट पहुंचते ही आपने जो बैंक खाता लिंक करवाया होगा उसमें तुरंत पैसा जमा हो जाता है. कुछ फंड हाउस लिक्विड फंड से निकासी के लिए एटीएम की सुविधा भी प्रदान करते हैं.
अगर आपने बैंक में FD करवाई है, तो कई बैंक की मोबाइल ऐप या वेबसाइट से आवेदन कर सकते हैं. आप बैंक की ब्रांच में जाकर भी आवेदन दे सकते हैं.
निर्धारित समय से पहले एफडी तुड़वाते हैं, तो बैंक के नियमानुसार कुछ दंड चुकाने के बाद आपको एफडी वापस मिल जाती है.
यदि आप लिक्विड फंड में पैसा रखने की सोच रहे हैं, तो उनके रिडंप्शन से जुड़े नियमों को अच्छी तरह से समझ लें और सुनिश्चित कर ले की फंड हाउस आपको कितना निवेश निकालने की अनुमति देता है.
याद रखें, कैश के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना उचित नहीं है, क्योंकि उसमें ज्यादा रेट ऑफ इंटरेस्ट लगता है. आपने इमरजेंसी फंड कहां रखा है, उसके बारे में आपके जीवनसाथी या आपकी देखभाल करने वाले व्यक्ति को मालूम होना चाहिए.