Online Transaction: सतर्क हो जाएं नहीं तो एक झटके में खत्म हो जाएगी जमा पूंजी

Online Transaction: ट्रांजैक्शन के लिए कठिन पासवर्ड रखना जरूरी है. पासवर्ड अंक, अक्षर और सिंबल के मिक्स से कम से कम आठ लेटर का होना चाहिए.

Online fraud cases are increasing in the festive season, these are the ways to avoid fraud

सेविंग्स अकाउंट से स्वाइप या ऑनलाइन शॉपिंग करने से बचें, ऑनलाइन पेमेंट के लिए अलग बैंक खाते का इस्तेमाल करें.

सेविंग्स अकाउंट से स्वाइप या ऑनलाइन शॉपिंग करने से बचें, ऑनलाइन पेमेंट के लिए अलग बैंक खाते का इस्तेमाल करें.

Online Transaction: जमाना हाइटेक हो चुका है. अधिकांश लोग ऑनलाइन ट्रांजैक्शन (Online Transaction) को तरजीह देने लगे है. इसके बहुत सारे फायदे और नुकसान भी हैं. फ्रॉड से बचने के लिए आपको कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है. नहीं तो आपकी जमा पूंजी एक झटके में खत्म हो सकती है. यहां हम आपको सुरक्षित ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के तरीके बताने जा रहे हैं.

कठिन पासवर्ड रखें, हर महीने बदल दें

आईटी विशेषज्ञ अमित गर्ग के मुताबिक, “वित्तीय ट्रांजैक्शंस के लिए कठिन पासवर्ड रखना जरूरी है. पासवर्ड अंक, अक्षर और सिंबल के मिक्स से कम से कम आठ लेटर का होना चाहिए. जन्मदिन, कार/बाइक के रजिस्ट्रेशन नंबर, मकान नंबर, मोबाइल नंबर आदि पासवर्ड ना बनाएं. हर महीने पासवर्ड जरूर बदल दें.”

वेबसाइट का एड्रेस चेक करें

ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते समय साइट के सुरक्षित होने का संकेत भी देख लें, जैसे- ब्राउजर स्टेटस बार पर लॉक आइकॉन या ‘https’ यूआरएल, जहां ‘एस’ उसके सुरक्षित होने की पहचान है.

OTP किसी के साथ भी शेयर न करें

बैंक आपसे CVV या OTP नहीं मांगता. इस तरह की जानकारी अगर कोई मांग रहा है तो वह खतरे का संकेत है. किसी से भी इस तरह की गोपनीय जानकारी शेयर ना करें.

मोबाइल के लिए भी एंटी वायरस लें

वायरस और सायबर अटैक से बचाव में एंटी वायरस बहुत काम आता है. सस्ते या फ्री एंटी-वायरस के लालच में ना आयें. इसे समय-समय पर अपडेट करते रहें.

अगर आपको किसी ऐसे ट्रांजेक्शन का पता चलता है जो आपने नहीं किया है, तो तत्काल अपने बैंक से इस बारे में शिकायत दर्ज करायें.

किसी भी साइट पर कार्ड की डिटेल सेव न करें

बहुत से लोग शॉपिंग करते वक्त बार-बार कार्ड नंबर एंटर करने की परेशानी से बचने के लिए अपना कार्ड नंबर और एक्सपायरी वगैरह उस साईट पर सेव कर लेते हैं.

अगर आप थोड़ी सी परेशानी से बचने के लिए ऐसा करते हैं तो इससे आपको बड़ी चपत लग सकती है.

फिशिंग से रहें एलर्ट

फिशिंग ऐसी ईमेल है जो आपको फंसाने के लिए भेजी जाती है. यह बैंक या किसी शॉपिंग वेबसाइट या बड़े कारोबारी संस्थान से भेजी हुई लगती हैं. इनके माध्यम से आपकी व्यक्तिगत जानकारी मांगने की कोशिश की जाती है.

इन लिंक पर क्लिक करते ही नकली वेबसाइट खुल जाती है. जैसे ही आप अपना यूजर आइडी और पासवर्ड दर्ज करते हैं, आपका मोबाइल नंबर, लॉग-इन आइडी, पासवर्ड, डेबिट/क्रेडिट कार्ड संबंधी जानकारी, सीवीवी, जन्म दिन आदि की चोरी की जा सकती है.

बैंक में अपडेट करायें कोई भी बदलाव

अपने बैंक या क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली संस्था को अपनी जानकारी देना महत्वपूर्ण है. एड्रेस या मोबाइल नंबर बदलने पर बैंक को इसकी जानकारी तुरंत दें.

इससे बैंक या आपके खाते में किसी भी तरह के बदलाव की सूचना आपको आसानी से भेजी जा सकती है. हर हफ्ते कम से कम एक बार बैंक एकाउंट या क्रेडिट कार्ड एकाउंट चेक करने के साथ ट्रांजेक्शन पर नजर रखना जरूरी है. मोबाइल बैंकिंग के द्वारा सक्रिय रहें और अपने ट्रांजेक्शन पर नजर रखें.

सुरक्षित नेटवर्क से ही करें एकाउंट एक्सेस

ट्रांजेक्शन से पहले सुनिश्चित करें कि आपका इंटरनेट कनेक्शन पासवर्ड से प्रोटेक्टेड हो. साइबर कैफे या फ्री वाई-फाई से इंटरनेट बैंकिंग या ऑनलाइन ट्रांजेक्शन न करें.

अधिकांश ऑनलाइन बैंकिंग वेबसाइट घर से या ऑफिस से एक्सेस की जाती हैं. इसे सुरक्षित बनाने के लिए कंप्यूटर से लॉग-ऑफ करना और कैशे मेमरी को समय-समय पर क्लियर करना जरूरी है.

Published - May 31, 2021, 03:03 IST