एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने शुक्रवार को क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स (WazirX) और कंपनी के डायरेक्टर्स निश्चल शेट्टी और समीन हनुमान म्हात्रे को 2790.74 करोड़ रुपये के क्रिप्टोकरेंसी के ट्रांजैक्शन में फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट, 1999 (FEMA) के उल्लंघन को लेकर कारण बताओ नोटिस भेजा है.
निदेशालय ने कहा है कि चीन की कुछ ऑनलाइन बेट लगाने वाले ऐप्स से जुड़े मनी लॉन्डरिंग के मामले पर जांच को लेकर FEMA की जांच शुरू की गई थी. इस जांच में पाया गया है कि चीन के इस आरोपी व्यक्ति ने विदेश से निर्देश मिलने पर 57 करोड़ रुपये की रकम को क्रिप्टोकरेंसी टेथर (USDT) में तब्दील कर बाइनैंस वॉलेट्स को ट्रांसफर किया था. बाइनैंस वॉलेट्स केमैन द्वीप में रजिस्टर्ड एक्सचेंज है.
WaxirX क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कई तरह के ट्रांजैक्शन की सुविधा देता है जिसमें क्रिप्टोकरेंसी से रुपये में और रुपये से क्रिप्टोकरेंसी में एक्सचेंज, लोगों के बीच ट्रांजैक्शन और विदेश के अन्य एक्सचेंज के वॉलेट के बीच ट्रांजैक्शन शामिल हैं.
ED ने कहा है कि WazirX इस ट्रांजैक्शन के लिए जरूरी कागजात जमा नहीं कराता जो एंटी मनी लॉन्डरिंग (AML) और कॉम्बेटिंग ऑफ फाइनेंसिंग ऑफ टेररिज्म (आतंकवाद की फाइनेंसिंग रोकने से जुड़े नियम) और FEMA की गाइडलाइंस का उल्लंघन है.
ED has issued Show Cause Notice to WazirX Crypto-currency Exchange for contravention of FEMA, 1999 for transactions involving crypto-currencies worth Rs. 2790.74 Crore.
— ED (@dir_ed) June 11, 2021
WazirX के फाउंडर और CEO निश्चल शेट्टी ने सफाई देते हुए कहा है कि उन्हें अब तक ED की ओर से कोई कारण बताओ नोटिस जारी नहीं किया गया है. उन्होंने कहा है, “WazirX ने कंप्लायंस से जुड़े सभी कानूनों का पालन किया है. हम इसके आगे नो यॉर कस्टमर की प्रक्रिया और एंटी-मनी लॉन्डरिंग की तय कानूनी प्रक्रिया के बाद ही कदम बढ़ाते हैं. हम सारे ग्राहकों को अपने प्लेटफॉर्म पर आधिकारिक पहचान की जनाकीर के साथ ट्रेस कर सकते हैं. अगर हमें ED से कोई नोटिस जारी होता है तो हम पूरी तरह जांच में सहयोग करेंगे.”
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WazirX is yet to receive any show cause notice from the Enforcement Directorate as mentioned in today’s media reports.
WazirX is in compliance with all applicable laws.
— Nischal (WazirX) ⚡️ (@NischalShetty) June 11, 2021
ED के मुताबिक जांच के दौरान WazirX के ग्राहकों ने पूल अकाउंट के जरिए 880 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी बाइनैंस के खातों से भारत में ट्रांसफर किए हैं. और 1400 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी को बाइनैंस के खातों में बाहर भेजा है. इनमें से कोई भी ट्रांजैक्शन किसी भी ऑडिट या जांच के ब्लॉकचेन में नहीं पाए गए हैं.
निदेशालय ने कहा है कि वजीरएक्स (WazirX) के क्लाइंट्स दुनिया के किसी भी कोने से किसी भी अन्य व्यक्ति को बिना जरूरी कागजातों और पहचान के क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर कर सकते हैं. इससे ये मनी लॉन्ड्रिंग और गैरकानूनी गतिविधियों के लिए आासन जरिया साबित होता है.