आपने बिटकॉइन (Bitcoin) के बारे में सुना होगा. बिटकॉइन (Bitcoin) रखने वाले कई लोग रातों रात अमीर हो गए. लेकिन अब आने वाला जमाना NFT का है. NFT जिसे नॉन फंजीबल टोकन कहा जाता है. इसकी चर्चा अभी हाल में तब और भी गरम हो गई जब टि्वटर के सीईओ जैक डोरसे ने इसका नाम ले लिया. दरअसल, जैक डोरसे ने अपने एक ट्वीट का डिजिटल वर्जन इस अवतार में बेचा कि उसके खरीदारों की लाइन लग गई और देखते-देखते उस एक ट्वीट की 2.9 मिलियन यानी कि तकरीबन 3 करोड़ रुपये कीमत लग गई.
अब आप भी सोच रहे होंगे कि इस ट्वीट में ऐसा क्या था कि उसे 3 करोड़ रुपये में खरीदा गया. तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि NFT क्या है और ये किस तरह से आने वाले समय में आपको अमीर बना सकता है.
15 साल पुराने इस ट्वीट को जैक डोरसे ने एनएफटी के तौर पर पेश किया. एनएफटी कहें तो नॉन फंजीबल टोकन यानी कि उस ट्वीट को अलहदा होने, विचित्र होने, दुनिया में अनोखा होने का डिजिटल सर्टिफिकेट प्राप्त था. लिहाजा ट्वीट पर एनएफटी ठप्पा लगते ही वह करोड़ी ग्रुप में शामिल हो गया.
अब नया सवाल है कि यह एनएफटी का डिजिटल सर्टिफिकेट क्या होता है. तो जान लें, डिजिटल आर्ट की दुनिया में दबदबा रखने वाले लोग इस तरह का सर्टिफिकेट देते हैं और बताते हैं कि फलां आर्ट एनएफटी बनने के लायक है और उसे डिजिटल सर्टिफिकेट दिया जा सकता है. बिटकॉइन से इसकी तुलना इसलिए कर सकते हैं क्योंकि दोनों का डिजिटल वर्जन है और दोनों में बिना कुछ किए बेतहाशा कमाई हो सकती है. एनएफटी की बड़ी खासियत उसका डिजिटल सर्टिफिकेट है जो बताता है कि आइटम यूनिक है और अपने आप में अकेला-अनोखा है.
एनएफटी एक तरह से आर्ट और डिजिटल वर्ल्ड का मिश्रण है. जब आपका आर्ट डिजिटल दुनिया में स्थापित हो जाए, लोगों को उसमें कुछ विचित्र दिख जाए तो वह एनएफटी के रूप में घोषित हो जाता है. बिटकॉइन से इसकी तुलना करें तो यह उसी क्रिप्टोकरंसी की तरह किसी टोकन के रूप में होता है. लेकिन यह टोकन दिखता नहीं है. बिना देखे इसे खरीद और बेच सकते हैं, भारी मुनाफा कमा सकते हैं.
इस डिजिटल टोकन को ओनरशिप का वैलिड सर्टिफिकेट प्राप्त होता है. जिस भी व्यक्ति का आर्ट इस कैटगरी में आता है, उसके आर्ट को ओनरशिप का सर्टिफिकेट मिल जाता है. इसी के साथ उस आर्ट से जुड़े सभी अधिकार उसके मालिक के पास चला जाता है. डिजिटल सर्टिफिकेट यह तय करता है कि उसका डुप्लीकेट नहीं बनाया जा सकता. एक तरह से यह कॉपीराइट का अधिकार देता है.
यह डिजिटल गेमिंग की दुनिया में अहम माना जा सकता है. यहां कैरेक्टर्स या किसी अन्य प्रॉपर्टी का इस्तेमाल उन लोगों द्वारा नहीं किया जा सकता है जिन्होंने उसे नहीं खरीदा है. इससे लोग पैसा भी बना सकते हैं. उदाहरण के तौर पर- अगर आपने कोई वर्चुअल रेस ट्रैक खरीदा है तो दूसरे प्लेयर्स को उसे इस्तेमाल करने के लिए पैसे देने होंगे.
आम आदमी की भाषा में कहें तो एनएफटी बिटकॉइन की तरह क्रिप्टो टोकन है जो डिजिटल संपत्ति जैसे डिजिटल आर्ट, म्यूजिक, फिल्म, गेम्स या आपको किसी कलेक्शन को मिल सकता है. एनएफटी कलाकारों के लिए एक नए युग की शुरुआत बताई जा रही है क्योंकि गैलरी में अपना आर्ट बेचना सबके वश की बात नहीं. गैलरी चलाने वालों की धाक और उनकी मोनोपॉली ऐसी होती है कि वहां तक साधारण कलाकार नहीं पहुंच सकते. लेकिन अगर आपमें हुनर है तो डिजिटल दुनिया में आपके आर्ट की कद्र होगी और उसमें दम रहा तो लाखों-करोड़ों रुपये मिल भी सकते हैं.