क्रिप्टो करेंसी को अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बताने वालीं सरकारें अब इसमें अपने लिए मौके देखने लगी हैं. ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टो करेंसी को खतरा और मौका दोनों बताया. दुनियाभर की सरकारों के क्रिप्टो करेंसी को प्रतिबंधित करने के प्रयासों के बाद भी, क्रिप्टो का बाजार तेजी से बढ़ रहा है. भारत में भी क्रिप्टो के निवेशकों की भरमार है, लेकिन नियामक की तरफ से इसे लेकार कोई नियम या दिशा निर्देश अभी तक तय नहीं किए गए हैं.
क्रिप्टो करेंसी की बढ़ती उपयोगिता को देखते हुए अब सरकारें इसे नियमित करने पर राजी हो गई हैं. वित्त्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि क्रिप्टो एसेट को रेगुलेट करने के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क पर कई देशों के साथ चर्चा की जा रही है. वित्त मंत्री ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी को बिना सभी देशों के साझा सहयोग के रेगुलेट नहीं किया जा सकता. भारत की G20 अध्यक्षता ने इस मुद्दे को सभी देशों के सामने ला दिया है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक फ्रेमवर्क की जरूरत है ताकि इसे रेगुलेट किया जा सके और सही ढंग से समझा जा सके.
भारत इस बार G20 देशों की अध्यक्षता कर रहा है. इस शिखर सम्मेलन से पहले जी20 देशों के वित्त मंत्रालय के प्रतिनिधि (finance deputies) इस सप्ताह 6 सितंबर और 7 सितंबर को मिलेंगे, ताकि कर्ज संकट (debt distress) और डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर से संबंधित कुछ मुद्दों पर चर्चा की जा सके. गौरतलब है कि G20 शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है.
पिछले कुछ सालों में दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी का चलन तेजी से बढ़ रहा है. खासकर युवाओं में इसे लेकर एक अलग ही क्रेज है. दुनिया भर में लोग अलग-अलग क्रिप्टो जैसे बिटकॉइन, एथेरियम, डोजीकॉइन इत्यादि जैसे तमाम तरह की क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. अलग-अलग देशों में इस क्रिप्टो को लेकर अलग-अलग तरह के नियम और कानून बनाए गए हैं. गौरतलब है कि भारत में भुगतान माध्यम के रूप में क्रिप्टोकरेंसी को किसी भी केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा विनियमित नहीं किया जाता है. क्रिप्टोकरेंसी से निपटने के दौरान विवादों को निपटाने के लिए कोई नियम और कानून या कोई दिशा-निर्देश निर्धारित नहीं हैं. ऐसी स्थिति में, क्रिप्टोकरंसी में ट्रेडिंग निवेशकों के जोखिम पर की जाती है. हालांकि क्रिप्टो को लेकर जल्दी ही भारत में भी नियम बनाए जाने की उम्मीद है.