देश ने कोरोना के खिलाफ जंग छिड़ी हुई है. इस युद्ध में सरकार, कंपनी, संगठन हर कोई मदद करने की कवायद में जुटा है. गुजरात के बड़े शहरों के कई सरकारी और निजी अस्पताल कोरोना रोगियों से भरे हुए हैं. ऐसे कठिन हालात में अब पश्चिम रेलवे (Western Railway) मदद के लिए सामने आया है. पश्चिम रेलवे (Western Railway) द्वारा कोरोना रोगियों के लिए 19 कोचों में 304 बेड की व्यवस्था की है. कोचों को ठंडा रखने के लिए कूलर लगाए गए हैं.
मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार जय ने कहा, “रेलवे इस चुनौतीपूर्ण समय में और इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में हमेशा सबसे आगे रहा है. उन्होंने बताया कि इन 19 कोचों को स्थानीय प्रशासन के अनुरोध पर उन्हें उपलब्ध करा दिया गया है. उनमें से 13 कोच साबरमती स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 5 और चांदलोडिया के प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर 6 कोच रखे गए हैं. जरूरत पड़ने पर कोचों की संख्या बढ़ाई भी जा सकती है.
इस कोच में सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने का प्रयास किया गया है. प्रत्येक कोच में 8 वार्ड हैं, जिसमें 16 रोगियों का इलाज हो सकता हैं. प्रत्येक वार्ड में 2 मरीजों के लिए सुविधा होगी. एक वार्ड में मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ रहेगा. प्रत्येक कोच को दो ऑक्सीजन सिलेंडर दिए गए हैं. इसकी रीफिलिंग की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन द्वारा की जाएगी. प्रत्येक वार्ड में बेडशीट, तकिया कवर और तीन प्रकार के डस्टबिन (लाल, पीले, हरे) होंगे, जो वेस्ट सेग्रीगेशन की सुविधा प्रदान करेंगे.
रेलवे के अनुसार कोच के दोनों तरफ की खिड़कियां मच्छरदानी से ढकी हुई हैं और बाथरूम में आवश्यक सुविधाएं दी गई हैं. प्रत्येक कोच आपातस्थितियों से बचाव के लिए दो अग्निशमन उपकरणों से युक्त है. स्थानीय प्रशासन कोच में भर्ती मरीजों को दवा और अन्य चिकित्सा उपकरण और मेडिकल टीम उपलब्ध कराएगा. कोचों को ठंडा रखने के लिए छत पर बोरियां रखकर लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा है और प्रत्येक वार्ड में एक कूलर लगाया गया है, ताकि मरीज परेशान न हों.