भारत में कोविड-19 वैक्सीनेशन के 85 दिन पूरे हो चुके हैं. 16 जनवरी को शुरू हुए इस टीकाकरण अभियान में 10 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है. फ्रंटलाइन वर्कर्स के वैक्सीनेशन से शुरू हुए स सफर में अब 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोग वैक्सीन के पात्र हैं. लेकिन 85 दिन और 10 करोड़ डोज के बावजूद देश में वैक्सीन (Vaccine) को लेकर कई भ्रांतियां हैं. उनमें से एक ये है कि वैक्सीन लगने के बाद कोरोना संक्रमण नहीं होगा और जिसे वैक्सीन लग गई है वे कोरोना की रोकथाम से जुड़े प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर सकते हैं. ये गलत है. वैक्सीन के बावजूद आप लापरवाह नहीं हो सकते हैं. मेदांता के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर नरेश त्रेहन समझा रहे हैं कि वैक्सीन लगने के बाद आपको किन बातों का रखना है ध्यान.
Vaccine: वैक्सीन वायरस के खिलाफ आपकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है. यानी अगर आपके शरीर में कोरोना वायरस अतिक्रमण करता है तो आपका शरीर उसका सामना करने के लिए तैयार होगा. पहला डोज आपके शरीर को वायरस से अवगत कराता है और संभव है कि संक्रमण से लड़ने के लिए जितनी एंटीबॉडी की जरूरत है उतने ना बन पाएं. इसलिए दूसरा डोज दिया जाता है और इसके 2-3 हफ्तों के बाद शरीर में पर्याप्त एंटीबॉडी बन पाती हैं.
डॉ त्रेहन कहते हैं कि वैक्सीन आपको पूरी तरह संक्रमण से सुरक्षा नहीं देता लेकिन संक्रमण के गंभीर होने की संभावना कम करता है. उनके मुताबिक वैक्सीन लगने के बावजूद आपको कोरोना हो सकता है लेकिन वो हल्का रहेगा. यानी पहले डोज के बाद भी आपको कोविड-19 संक्रमण हो सकता है.
वैक्सीन लगाने के आधे घंटे तक व्यक्ति पर नजर और उनकी सेहत पर उसके असर की निगरानी के लिए हेल्थ सेंटर पर ही रोका जाता है. जहां वैक्सीन लगाई गई है शरीर के उस हिस्से में हल्का दर्द और सूजन आ सकती है. हाथ में हल्की अकड़न रह सकती है. आपको हल्का बुखार और थकान महसूस हो सकती है. लेकिन मिचली या उल्टी सा आना सामान्य नहीं है. आपको कोई भी गंभीर लक्षण या असहज लगे तो तुरंत नजदीकी हेल्थकेयर सेंटर से संपर्क करें.
क्योंकि वैक्सीन (Vaccine) के बावजूद कोरोना का खतरा टला नहीं आपको कोरोना की रोकथाम के लिए तय किए प्रोटोकॉल और व्यवहार का पालन करते रहना चाहिए. हमेसा मास्क पहने, हाथ धोते रहें, लोगों से दूरी बनाए रखें. आपको भले ही वैक्सीन लगी हो और हल्के लक्ष्णों वाले कोविड-19 का खतरा हो लेकिन आपके आस-पास के लोगों को शायद वैक्सीन ना मिली है और उन्हें गंभीर संक्रमण होने का खतरा रहेगा.
साथ ही आपको दूसरा डोज भी जरूर लेना चाहिए जिससे इम्यूनिटी बेहतर हो.
अगर आपके परिवार में किसी को कोविड-19 हुआ है और वे होम क्वारंटीन हैं तो क्या जिन्हें वैक्सीन (Vaccine) लगी है वे उनकी देखभाल कर सकते हैं? डॉ त्रेहन कहते हैं कि ऐसे लोगों को एन95 (N95) मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए और तभी संक्रमित के करीब जाना चाहिए. इससे संक्रमण का खतरा कम रहेगा.
त्रेहन का मानना है कि ऐसा तब तक करना होगा जब तक देश की 70 फीसदी आबादी के अंदर कोरोने के खिलाफ प्रतिरोधी क्षमता नहीं आ जाती. इसे तेजी से वैक्सीनेशन और हर्ड इम्यूनिटी के जरिए ही हासिल किया जा सकेगा. जो कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गए हैं उनमें भी प्रतिरोधी क्षमता आ गई है. लेकिन ऐसा होने में कई महीनों का समय लगेगा.