वैक्सीन लेने में क्यों हिचक रहे हैं लोग, कोरोना संकट को रोकने के लिए टीकाकरण है जरूरी

6 अप्रैल को जहां 90 फीसदी लोग पहला डोज लगवाने वाले थे वहीं अब पहला डोज लेने वालों की संख्या कुल दैनिक Vaccination का सिर्फ 61 फीसदी हैं. 

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COVID-19 Vaccine, PTI

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Vaccination Drive: कोरोना संकट की रोकथाम के लिए मास्क, सामाजिक दूरी और हाथ धोने के नियम जरूरी हैं. लेकिन ये नियम संक्रमण को फैलने से रोक सकते हैं, आपकी पूरी सुरक्षा के लिए वैक्सीन ही सबसे ज्यादा कारगर साबित हुई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की जानकारी के मुताबिक वैक्सीन की दो डोज लगने के बाद कोरोना संक्रमण की संभावना बेहद कम होती हैं. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने यह जानकारी दी कि वैक्सीन ले चुके प्रति 10,000 व्यक्तियों में से सिर्फ 2- 4 लोग ही संक्रमित पाए जा रहे हैं.

वैक्सीन में आई गिरावट?

भारत में अब तक कुल वैक्सीनेशन (Vaccination) का आंकड़ा 13.5 करोड़ के पार निकल गया है. देश में अब तक 13,54,78,420 वैक्सीन डोज लगाई गई है जिसमें से 11.50 करोड़ को पहला डोज तो वहीं 2.04 करोड़ को दूसरी डोज दी गई है. हालांकि, इस हफ्ते कुल वैक्सीन लगवाने वालों में दूसरा डोज लेने वालों में बढ़त आई है लेकिन पहला डोज लेने वालों की ओर से रिस्पॉन्स सुस्त रहा है.

मसलन, कल देश में कुल 31.47 लाख वैक्सीन डोज दी गई है जिसमें से पहली डोज लेने वाले 19.25 लाख हैं तो वहीं 12.21 लाख को दूसरी डोज दी गई है. यानी कुल वैक्सीनेशन में से 39 फीसदी दूसरी डोज दी गई है. वहीं 6 अप्रैल को जब भारत ने रिकॉर्ड 43 लाख वैक्सीन डोज वैक्सीन लगवाई थी तब 39,00,505 को पहला डोज लगाया गया था और और 4,00,461 को दूसरा डोज. यानी उस वक्त 90 फीसदी लोग पहला डोज लगवाने वाले थे लेकिन अब ये सिर्फ 61 फीसदी हैं.

कैसे काम करती वैक्सीन?

वैक्सीन आपके शरीर में वायरस के खिलाफ प्रतिरोधी क्षमता तैयार करती है. यानी आपके शरीर की इम्यूनिटी बनने में समय लगता है. इसलिए वैक्सीन की दूसरी डोज के 2 हफ्ते बाद आपका वैक्सीनेशन पूरा माना जाता है. वैक्सीन आपको कोरोना के गंभीर लक्षणों से बचाती है. मसलन, आपको वैक्सीन के बाद भी अगर कोरोना संक्रमण हुआ तो उसका असर इतना नहीं होगा कि आपको अस्पताल में भर्ती होना पड़े.

SBI रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में भी कहा है कि भारत को अगर आगे बढ़ना है और आर्थिक परिस्थितियां भी सुधारनी हैं तो वैक्सीनेशन ही कोरोना की लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार है. इसलिए जरूरी है कि सभी वयस्क 1 मई से वैक्सीन लगवाएं.

सिर्फ 0.04 प्रतिशत पाए गए हैं कोविड पॉजिटिव

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने यह जानकारी दी कि वैक्सीन ले चुके प्रति 10,000 व्यक्तियों में से सिर्फ 2- 4 लोग ही संक्रमित पाए जा रहे हैं. इसके अनुसार वैक्सीन ले चुके लोगों का संक्रमण प्रतिशत 0.02 से 0.04 प्रतिशत ही है. ICMR के निदेशक बलराम भार्गव ने वैक्सीन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि संक्रमण डाटा के अनुसार जिन लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज मिल चुकी है, उनमें से बहुत ही कम लोगों में संक्रमण (Coronavirus) पाया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने भी इस विषय पर ट्वीट करते हुए अपनी खुशी जाहिर की।

अभी तक जिन लोगों ने कोवैक्सीन की दूसरी डोज ले ली है, उनमें से 0.04 प्रतिशत और जिन्होंने कोविशील्ड की दूसरी डोज ले ली है, उनमें से 0.03 प्रतिशत लोग ही कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. वहीं विशेषज्ञों और डॉक्टरों के अनुसार हमें वैक्सीन लेने के बाद भी मास्क का उपयोग करते रहना चाहिए और सैनिटाइजेशन का पूरा ध्यान रखना चाहिए. कुछ लोगों में वैक्सीन ने पहले डोज से ही असर दिखाना शुरू कर दिया है. हालांकि पूरी सुरक्षा के लिए वैक्सीन के दोनों डोज लेने जरूरी हैं.

Published - April 23, 2021, 08:12 IST