Vaccination Certificate: कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए सरकार 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को आगे बढ़कर वैक्सीन लगवाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब आपको वैक्सीन लगाई जाती है तब एक सर्टिफिकेट यानी वैक्सीनेशन का प्रमाण भी दिया जाता है?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि अगर कोई वैक्सीनेशन सेंटर आपको वैक्सीन लगवाने के बाद वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट नहीं देता तो उसके लिए आप शिकायत दर्ज करवा सकते हैं. मंत्रालय ने इसके लिए टोल-फ्री नंबर जारी किया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने ट्वीट में कहा है कि वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट हासिल करना आपका अधिकार है. सर्टिफिकेट से जुड़ी किसी भी शिकायत के लिए आप 1075 पर फोन कर सकते हैं.
#LargestVaccineDrive#Unite2FightCorona
Getting a #Vaccination certificate is your right!
Dial 1075 for any vaccination certificate-related support. pic.twitter.com/u9wBpTUOaS— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) April 8, 2021
अगर आप ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाते हैं तो आरोग्य सेतु से अपना डिजिटल सर्टिफिकेट डाउनलोड भी कर सकते हैं और इसे डिजिलॉकर जैसी सुविधा में सुरक्षित भी रख सकते हैं. वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट ये प्रमाण है कि आपने कोरोना रोधी वैक्सीन लगावाई है और आपको संक्रमण का खतरा कम है. इसी तर्ज पर कई देशों ने तो कोरोना पासपोर्ट तक की शुरुआत की है जहां वैक्सीनेशन शेड्यूल पूरा कर चुके लोगों के लिए यात्रा और आवा-जाही आसान है.
देशभर में कुल वैक्सीनेशन 9.43 करोड़ के पार निकल गई है. पिछले 24 घंटों में 36.91 लाख को टीका लगाया गया है. इसमें से 32.85 लाख को पहली डोज मिली और 4.06 लाख को दूसरी डोज लगाई गई है. देशभर में अब तक 8.24 करोड़ से ज्यादा लोगों को पहला डोज दिया जा चुका है. कोरोना के कहर से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र में 93.38 लाख को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है. इसके बाद सबसे ज्यादा टीकाकरण राजस्थान और गुजरात में हुआ है.