Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश नए मामलों में देश में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र के बाद सबसे ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश से ही आ रहे हैं. बढ़ते मामलों के बीच राज्य ने कई जिलों में नाइट कर्फ्यू का समय बढ़ाया है तो वहीं स्कूलों को 15 मई तक के लिए बंद किया है. वहीं दूसरी ओर पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में कुंभ मेले में पिछले 5 दिनों के दौरान 1700 से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इससे संक्रमण के और फैलने का खतरा बना है. यहां पढ़ें राज्य में कोरोना से जुड़े सारे अपडेट
उत्तर प्रदेश सरकार ने 10 जिलों में नाइट कर्फ्यू की सीमा बढ़ाकर रात 8 बजे से सुबह 7 बजे तक कर दी है. ये वो जिलें हैं जहां 2000 से ज्यादा एक्टिव मामले हैं. एक्टिव मामलों का मतलब है वो लोग जिनका अभी संक्रमण का इलाज चल रहा है. इनमें मेरठ, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, गाजियाबाद, गोरखपुर, लखनऊ और नोएडा शामिल हैं. इन जिलों में 11 घंटे का नाइट कर्फ्यू रहेगा. (Uttar Pradesh) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअल बैठक के बाद ये फैसला लिया है. वे खुद भी कोरोना संक्रमण का शिकार हुए हैं.
राज्य सरकार ने बढ़ते कोविड-19 मामलों के मद्देनजर 15 मई तक स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया है. इसके साथ ही राज्य में 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को टाला गया है. ये परीक्षाएं 20 मई तक के लिए टाली गई हैं. मई महीने के पहले हफ्ते में बोर्ड परीक्षाओं की नई तारीखों पर फैसला लिया जाएगा. इससे पहले 30 अप्रैल तक इन्हें बंद रखने का फैसला लिया गया था. वहीं 8 मई से यूपी बोर्ड के पेपर होने वाले थे. कोरोना संकट के बीच ये यूपी बोर्ड के 56-57 लाख छात्रों के लिए राहत की खबर है.
मुख्य मंत्री ने कहा है कि लखनऊ राजधानी है, इलाज के लिए लोगों का यहां आने की संभावना है और इसे देखते हुए यहां स्वास्थ्य सुविधाओं का इंतजाम करना होगा. उन्होंने कहा, “किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और बलरामपुर हॉस्पिटल को चरणबद्ध तरीके से सिर्फ कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल किया जाएगा. वहीं प्राइवेट अस्पतालों में भी बेड की संख्या बढ़ानी होगी.”
ऑक्सीजन और रेमडेसिविर की उपलब्धता की भी लगातार जांच के निर्देश दिए गए हैं. वहीं राज्य में जो प्रवासी लौट रहे हैं उनके लिए क्वारंटीन सेंटर बनाने का भी आदेश दिया गया है.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में पंचायती चुनाव की शुरुआत हो गई है. 18 जिलों में बैलट पेपर के जरिए चुनाव हो रहे हैं. पहले चरण में पंचायत सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, ब्लॉक पंचायत की 2.21 लाख सीटों के लिए 3.33 लाख उम्मीदवार हैं. 4 चरणों में ये चुनाव पूरे होंगे.
पिछले हफ्ते 3 महिलाओं को कोरोना वैक्सीन की जगह रेबीज का टीका लगाने के मामले में मुजफ्फरनगर में सरकारी हेल्थ सेंटर के एक फार्मसिस्ट को निकाला गया है और एक को सस्पेंड किया गया है.
यूपी में एक दिन में 20,000 से ज्यादा कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.