तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में वैक्सीन की ज्यादा बर्बादी, PM मोदी ने भी वेस्टेज से चेताया

Vaccine: वेस्टेज के मामले पर PM ने भी मुख्यमंत्रियों की बैठक में जोर दिया. उन्होंने कहा जो वैक्सीन पहले बैच में आईं हो उनका इस्तेमाल पहले हो

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भारत में कोविड-19 वैक्सीन की 6.5 फीसदी वैक्सीन बर्बाद (Vaccine Wastage) हो रही हैं. तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा वैक्सीन की बर्बादी हो रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी किए आंकड़ों के मुताबिक तेलंगाना में 17.6 फीसदी वैक्सीन बर्बाद हो रही है और आंध्र प्रदेश में ये आंकड़ा 11.6 फीसदी है. मंत्रालय ने कहा है कि राज्यों को वैक्सीन वेस्टेज घटाने के लिए निर्देश दिए गए हैं.

वेस्टेज के मामले पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्रियों की बैठक में जोर दिया. उन्होंने कहा जो वैक्सीन पहले बैच में आईं हो उनका इस्तेमाल पहले हो ताकि उनकी एक्सपायरी डेट से पहले उनका इस्तेमाल हो सके और बर्बादी ना हो.

वहीं आज प्रधानमंत्री ने राज्यों से कम से कम 70 फीसदी RT-PCR टेस्ट करने की बात कही.

वैक्सीन उपलब्धता पर स्वास्थ्य मंत्रालय की सफाई

स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सफाई देते हुए कहा कि भारत में वैक्सीन (Vaccine Availability) की कमी नहीं है, देश में जरूरत के हिसाब से पर्याप्त डोज हैं. राज्य की ओर से टीके कम होने के आरोपों को गलत बताया है. उन्होंने कहा कि विदेश में 3 प्रक्रिया के तहत वैक्सीन भेजी जा रही हैं.  WHO की मुहिम कोवैक्स के तहत भारत अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी निभा रहा है. एडवांस पेमेंट कमिटमेंट के तहत मैन्युफैक्चरर्स को पैसे दिए गए हैं और इसी के एवज में वैक्सीन का सप्लाई हो रहा है.

राजेश भूषण ने बताया कि सरकार ने राज्यों को अब तक 7 करोड़ 54 लाख वैक्सीन डोज दिए गए हैं. पर्याप्त वैक्सीन ना होने की बात आधारहीन है.

आज की कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि विश्वभर में 15 मार्च को कोविड टीके की 83.4 लाख खुराकें दी गई, जिनमें से 36 प्रतिशत खुराकें केवल भारत में दी गई है.

एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन कोविशील्ड सुरक्षित – स्वास्थ्य मंत्रालय

मंत्रालय ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन (AstraZeneca Vaccine) की सुरक्षा को लेकर भी सफाई दी. उन्होंने कहा कि यूरोपीय मेडिकल एजेंसी के मुताबिक ब्लड क्लॉटिंग से एस्ट्राजेनेका वैक्सीन का संबंध नहीं है, सस्पेंशन एहतियात के तौर पर लगाई गई है. WHO का भी कहना है कि वैक्सीन सुरक्षित है और इसे रोकना नहीं चाहिए. वहीं भारत की एजेंसियों ने भी जांच की है और कोविशील्ड को लेकर कोई चिंता की बात नहीं है.

वहीं वैक्सीन के दो डोज के गैप पर मंत्रालय ने कहा है कि नेशनल टेक्निकल एनालिसिस टीम इस डाटा का आकलन कर रहा है. भारत में फिलहाल 28 दिन के अंतराल पर वैक्सीन का दूसरा डोज दिया जा रहा है.

Published - March 17, 2021, 06:36 IST