एक विदेशी मैगजीन को दिए अखबार को दिए इंटरव्यू के बाद विवादों में आए सीरम इंस्टीट्यूट (SII) के CEO अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने सफाई देते हुए कहा है कि वैक्सीन के उत्पादन को रातोंरात नहीं बढ़ाया जा सकता, वैक्सीन प्रोडक्शन एक विशिष्ट प्रक्रिया है. हाल में लंदन शिफ्ट हुए पूनावाल ने कहा है कि भारत की आबादी बहुत बड़ी है और सभी वयस्कों के लिए पर्याप्त वैक्सीन डोज का उत्पादन करना आसान नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से जूझते देश के लिए वे प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं.
भारत में इस्तेमाल हो रही वैक्सीन में सबसे ज्यादा सीरम इंस्टीट्यूट (SII) की बनाई कोविशील्ड ही लोगों को लगाई गई है. भारत में अब तक लगाई गई 15.7 करोड़ डोज में से 90 फीसदी कोविशील्ड (Covishield) ही है.
सीरम इंस्टीट्यूट अगले कुछ महीनों में 11 करोड़ वैक्सीन डोज सप्लाई करेगा. पूनावाला ने जानकारी देते हुए कहा है कि उन्हें कुल 26 करोड़ का ऑर्डर मिला था जिसमें से 15 करोड़ से ज्यादा डोज सप्लाई की जा चुकी है और बाकी भी जल्द पहुंचाई जाएगी.
अदार ने ट्विटर पर साझा किए अपने एक पत्र में लिखा है, “हमें हर संभव वैज्ञानिक, रेगुलेटरी और वित्तीय सहायता दी जा रही है. अब तक हमें 26 करोड़ वैक्सीन डोज का ऑर्डर मिला है जिसमें से हमने 15 करोड़ डोज से ज्यादा सप्लाई कर दिया है. हमें अगले कुछ महीने में 11 करोड़ डोज देने के लिए भारत सरकार से 1,732.5 करोड़ रुपये की एडवांस पेमेंट मिल गई है. इसके अतिरिक्त राज्यों और निजी अस्पतालों को भी अगले कुछ महीनों में 11 करोड़ डोज सप्लाई की अलग से की जाएगी.”
Amongst multiple reports it is important that correct information be shared with the public. pic.twitter.com/nzyOZwVBxH
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) May 3, 2021
पूनावाला ने कहा कि वे पिछले साल अप्रैल से सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विकसित देशों में भी कंपनियां छोटी आबादी के लिए पर्याप्त वैक्सीन मुहैया कराने में दिक्कतों का सामना कर रही हैं.
उन्होंने लिखा है, “मैं ये सफाई देना चाहता हूं कि मेरे बयान को गलत मतलब निकाला गया है. पहली बात ये कि वैक्सीन उत्पादन एक विशिष्ट प्रक्रिया है इसलिए रातोंरात इसका उत्पादन बढ़ाना संभव नहीं है. हमें समझना होगा कि भारत की आबादी बहुत ज्यादा है और इतनी बड़ी आबादी के लिए पर्याप्त वैक्सीन डोज का उत्पादन करना आसान काम नहीं है.”