Remdesivir: कोरोना के कहर के बीच एक राहत भरी खबर निकलकर आई है. अब देश में कोरोना की दवा रेमडेसिविर (Remdesivir) की किल्लत जल्द दूर हो जाएगी क्योंकि आज (28 अप्रैल) से रेमडेसिविर की रोजाना 30 हजार शीशियां तैयार होनी शुरू हो जाएंगी. जेनटेक लाइफसाइंसेस (Genetek LifeSciences) महाराष्ट्र के वर्धा में कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल किए जा रहे रेमडेसिविर (Remdesivir) इंजेक्शन का उत्पादन 28 अप्रैल से शुरू करेगी. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने मंगलवार को नागपुर में कोविड केयर सेंटर का उद्घाटन करते हुए यह जानकारी दी थी.
देश में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल किए जा रहे रेमडेसिविर की भारी किल्लत हो गई है. इस पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा था कि जेनटेक लाइफसाइंसेस (Genetek LifeSciences) महाराष्ट्र के वर्धा में कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल किए जा रहे रेमडेसिविर (Remdesivir) इंजेक्शन का उत्पादन 28 अप्रैल से शुरू करेगी. कंपनी रोजाना रेमडेसिविर की 30,000 शीशी तैयार करेगी. गडकरी ने बताया कि इस संयंत्र से उत्पादित रेमडेसिविर इंजेक्शन का वितरण नागपुर और विदर्भ के अन्य जिलों में किया जाएगा. जरूरत के अनुसार इसे महाराष्ट्र के दूसरे जिलों में भी वितरित किया जाएगा. गडकरी ने नागपुर में ऑक्सीजन की आपूर्ति दुरुस्त करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले कुछ दिनों में कोविड मामले में स्थिति सुधरेगी. इस दौरान भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस भी गडकरी के साथ मौजूद थे. गडकरी ने कहा कि हैदराबाद की एक टीम वर्धा पहुंची है और परीक्षण जारी है तथा उत्पादन बुधवार से शुरू हो जाने की उम्मीद है.
केंद्र सरकार के निर्देश पर रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाली कंपनियों ने इस दवा के दाम में 50 फीसदी की कमी की है. केडिला हेल्थ केयर लिमिटेड की दवा रेमडेक, जो पूर्व में 2,800 रुपये में मिलती थी, वह अब 899 रुपए में मिलेगी. इसी तरह डॉ रेड्डीज की रेडिक्स जो 5,400 रुपये में मिलती है वह अब 2,700 रुपये में मिलेगी.