अब PPE किट में नहीं लगेगी गर्मी, पुणे के छात्र ने बनाई एक खास डिवाइस, जानिए कैसे करती है काम

PPE Kit: इसे बनाने वाले निहाल आदर्श पुणे स्थित केजे सोमैया कालेज ऑफ इंजीनियरिंग के सेकंड ईयर स्टूडेंट हैं.

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कोरोना से बचाव के लिए PPE किट (PPE Kit) बहुत जरूरी है. लेकिन इसमें गर्मी बहुत लगती है. जिसके चलते स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों को काफी परेशानी होती है. इस परेशानी को देखते हुए पुणे के छात्र ने एक खास डिवाइस तैयार की है. ये डिवाइस पीपीई किट (PPE Kit) को अंदर से ठंडा रखती है.

डॉक्‍टर मां की तकलीफ देखकर बेटे ने बनाई डिवाइस

पुणे के रहने वाले इस छात्र का नाम है निहाल सिंह आदर्श है. निहाल की मां पूनम कौर आदर्श पेशे से डॉक्टर हैं और अभी कोरोना मरीजों की सेवा में लगी हैं. निहाल आदर्श ने अपनी मां को पीपीई किट (PPE Kit) में पसीने से भीगा देख कुछ नया करने का सोचा और यह डिवाइस सामने आई. पीपीई किट चारों ओर से बंद होती है और उसमें हवा का प्रवेश नहीं होता. इससे डॉक्टर्स को भारी परेशानी होती है. लेकिन अब इस नई डिवाइस से उन्हें भारी राहत मिलेगी.

इस तरह काम करती है डिवाइस

इस डिवाइस का नाम कोव-टेक (Cov-Tech) है जो पीपीई किट को अंदर से ठंडा रखती है. इसे बनाने वाले निहाल आदर्श पुणे स्थित केजे सोमैया कालेज ऑफ इंजीनियरिंग के सेकंड ईयर स्टूडेंट हैं. यह डिवाइस पीपीई किट पहनने के बावजूद उसके अंदर तक हवा भेजती है. यह डिवाइस आसपास की हवा को लेती है, उसे साफ करती है और फिर पीपीई किट में भेजती है.

इस तरह बनी यह डिवाइस

निहाल ने इस डिवाइस पर काम शुरू किया और नेशनल केमिकल लेबोरेटरी, पुणे के डॉ. उल्हास खरूल से निर्देश लेकर 20 दिन में डिवाइस का प्रोटोटाइप बना लिया. डॉ. उल्हास अपना एक स्टार्टअप चलाते हैं जो हवा को फिल्टर करने वाली मेंब्रेन बनाता है. निहाल ने आसपास के और भी कई इंस्टीट्यूट की मदद ली और डिवाइस तैयार कर ली. इसे गले से लटका सकते हैं,

इसमें एयर इनलेट लगे हैं जो साफ हवा खींचते हैं, इसकी बनावट तकिये की तरह है जिसे गले के आसपास बांध सकते हैं. यह प्रोटोटाइप टेस्टिंग के लिए भेजा गया जो खारिज हो गया. चूंकि इसे गले के आसपास बांधना था, इसमें वाइब्रेशन भी होती है, इसलिए डॉक्टर-हेल्थ वर्कर के लिए यह सुविधाजनक नहीं माना गया.

भारत सरकार से मदद

निहाल ने इस पर फिर काम किया और एक फाइनल प्रोटोटाइप बनाया जो बेल्ट के रूप में सामने आया. जिस डिवाइस को फाइनल किया गया उसे कमर पर बेल्ट की तरह बांध सकते हैं और पीपीई किट से अटैच रहती है. इससे हेल्थ वर्कर को ठंडक तो मिलती ही है, उन्हें पहनने में कोई परेशानी भी नहीं होती. इससे वे कई तरह के फंगल इनफेक्शन से भी बच जाते हैं. यह डिवाइस बनाने के लिए निहाल को भारत सरकार के विज्ञान एवं तकनीकी विभाग से 10 लाख रुपये की सहायती मिली है.

Published - May 23, 2021, 09:21 IST