कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की डिमांड बहुत बढ़ गई है. देश में ऑक्सिजन की किल्लत इतनी है कि समय से न मिल पाने के वजह से कई लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है.
देश के कई हिस्सों में मेडिकल ऑक्सीजन की कमी है. दूसरी तरफ, घर में ही स्वच्छ ऑक्सीजन मिले इसके लिए लोग ऑक्सीजन बढ़ाने वाले पौधे खरीद रहे हैं. खासतौर पर गुजरात अब लोग नर्सरी में जाकर एसे पौधे ढूंढ रहे हैं जो घर में ऑक्सीजन मात्रा बढ़ाने में कारगर हैं.
हालांकि, ये पौधे मेडिकल ऑक्सीजन की कमी को तो पूरा नहीं कर सकते, लेकिन ये आपको शुद्ध ऑक्सीजन जरूर दे सकते हैं.
इस पौधों की बढ़ी डिमांड
देश के बाकी राज्यों की तरह गुजरात में भी कोरोना ने कहर मचाया है. ऑक्सीजन की कमी के कारण कई लोगों की जान गई है. ऐसे वक्त में अब लोग ऑक्सीजन प्लांट्स खरीद रहे है. ये प्लांट आपके रूम में ऑक्सीजन का लेवल बढ़ाने के लिए उपयोगी हैं.
लोग ऑक्सीजन बढ़ाने वाले एरीका पाम, मनी प्लांट, सोंग ऑफ इंडिया, स्मेथी फायलम, लिली, रबर प्लांट, स्पाइडर प्लांट, फिडल लीफ प्लांट, एलीफेंट एंड, युका, जरबेरा जैसे पौधो के अलावा एलोवेरा, गिलोय, तुलसी, नीम, अडूसा जैसे आयुर्वेदिक पौधों की भी भारी डिमांड है.
अहमदाबाद की आनंद फार्म एंड नर्सरी के मालिक प्रवीण चौधरी कहते हैं कि इस तरह के प्लांट आपके रूम में 25 फीसदी तक ऑक्सीजन बढ़ा सकते हैं.
चौधरी कहते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर में इनकी डिमांड में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. एक महीने में 10 हजार पौधे की बिक्री हुई है.
वहीं दूसरी ओर मधुवन फार्म के मालिक सुरेश पटेल बताते हैं कि पहले 10 दिन में सिर्फ दो लोगो की इंक्वायरी आती थी, अब एक दिन में 10 लोग ऑक्सीजन प्लांट के बारे में पूछ रहे हैं. आयुर्वेदिक पौधे में सबसे ज्यादा लोग गिलोय के बारे में पूछ रहे हैं.
क्या है कीमत
ये पौधे सरकारी नर्सरी में बिलकुल फ्री हैं.
प्राइवेट नर्सरी में इनका दाम गमले के साथ 150 से 300 रुपये रुपये के बीच है.
बिना गमले के ये सिर्फ 20 से 50 रुपये में मिल रहे हैं.