Maharashtra COVID-19 Restrictions: महाराष्ट्र में कोविड-19 के डेल्टा प्लस (Delta Plus) स्वरूप के मामले बढ़ने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने शुक्रवार को नये दिशानिर्देश जारी किये. राज्य सरकार ने कहा है कि रैपिड एंटीजन या अन्य जांच के बजाय आरटी-पीसीआर जांच (RT-PCR test) के आधार पर पाबंदियों को घटाया-बढ़ाया जाएगा तथा डेल्टा प्लस स्वरूप (Delta Plus) को चिंता का विषय बताया. एक सरकारी अधिसूचना के तहत जारी नये दिशानिर्देशों के मुताबिक प्रशासनिक ईकाइयों में पाबंदियां एक निर्धारित स्तर (कम से कम तीन) तक बनी रहेंगी.
अधिसूचना में राज्य की 70 प्रतिशत आबादी का टीकाकरण (Vaccination) करने पर भी जोर देने को कहा गया है.
सरकार के इस कदम से संकेत मिलता है कि कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप (Delta Plus Variant) से कुछ लोगों के संक्रमित पाये जाने के बाद मामलों में किसी तरह की वृद्धि होने पर पाबंदियां कड़ी कर दी जाएंगी.
गौरतलब है कि डेल्टा प्लस स्वरूप को केंद्र ने चिंता का विषय (Variant of Concern) बताया है.
अधिसूचना में इस महीने की शुरूआत में महाराष्ट्र सरकार द्वारा घोषित पांच स्तर की अनलॉक (5 Level Unlock Plan) योजना में भी संशोधन किया गया है.
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए इस साल 16 जनवरी को राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद से महाराष्ट्र (Maharashtra) तीन करोड़ कोविड-19 टीके (COVID-19 Vaccine) लगाने वाला भारत का पहला राज्य बन गया है. राज्य के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.
अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) डॉ प्रदीप व्यास ने बताया कि महाराष्ट्र में बृहस्पतिवार तक टीके की 2,97,23,951 खुराकें दी गई थीं, जबकि तीन करोड़ का आंकड़ा शुक्रवार को दोपहर लगभग दो बजे तक पहुंच गया.
उन्होंने कहा, ‘दिन के दो बजे तक टीके की कुल खुराक की संख्या 3,00,27,217 तक पहुंच गई.’