कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री सीएन अश्वथ नारायण ने बृहस्पतिवार को कहा कि घर में पृथक रह रहे लोगों को चिकित्सा किट (Medical Kit) उपलब्ध कराने के मकसद से पांच लाख किट खरीदी जाएंगी और यह देखने के लिए उपाय किए जाएंगे कि कोविड-19 की रिपोर्ट आने के एक घंटे के अंदर संक्रमित शख्स के घर पर यह किट पहुंचाई जाए.
नारायण ने कहा कि अधिकारियों को 15 मई से घर में पृथक रह रहे लोगों को चिकित्सा किट की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं.
राज्य के कोविड कार्य बल के प्रमुख नारायण ने कहा, “ अधिकांश मामलों में जब तक जांच रिपोर्ट आती है महामारी बढ़ जाती है. इस समय शोथ रोधी उपचार देने की जरूरत होती है. इसलिए इस चिकित्सा किट में मुख्य तौर पर एंटी बायोटिक्स, एंटी वायरल, विटामिन की गोलियां होंगी जो शोथ रोधी इलाज में दी जाती हैं.”
उनके दफ्तर ने विज्ञप्ति में उनके हवाले से कहा है कि इस किट (Medical Kit) में स्टेरॉयड की गोलियां भी होंगी जिनका बाद में तब इस्तेमाल किया जाएगा जब लक्षण खत्म न हों.
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को कोविड के लक्षण दिख रहे हैं उन्हें शोथ रोधी दवाई शुरू करने के लिए जांच रिपोर्ट आने का इंतजार करने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने कहा कि सलाह दी जाती है कि लक्षण दिखने के साथ ही दवाई शुरू कर देनी चाहिए.
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों को सर्दी, खांसी, उल्टी आना, अतिसार जैसे लक्षण हैं तो उन्हें यह हल्के में नहीं लेना चाहिए.
उन्होंने कहा कि इस बदली हुई स्थिति में इन लक्षणों से पीड़ित अधिकतर लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए जा रहे हैं.
नारायण के मुताबिक, राज्य में मौजूदा ऑक्सीजन बिस्तरों की संख्या को देखते हुए ऑक्सीजन की उपलब्धता पर्याप्त है.
उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों को दोषारोपण में नहीं पड़ना चाहिए और कोविड प्रबंधन के संबंध में प्रधानमंत्री के खिलाफ झूठे आरोप नहीं लगाने चाहिए.
नारायण ने दावा किया कि भारत ने अमेरिका जैसे विकसित देशों की तुलना में कहीं अच्छी तरीके से स्थिति को संभाला है.