अमेरिका की बायोफार्मास्यूटिकल कंपनी गिलियड साइंसेज ने कोविड-19 मरीजों के उपचार में इस्तेमाल की जाने वाली रेमडेसिविर (Remdesivir) दवा की उपलब्धता भारत में बढ़ाने के लिए कदम उठाने की घोषणा की है. भारत में कोविड-19 से पीड़ित गंभीर रूप से बीमार वयस्कों और बच्चों में संदिग्ध या पुष्ट संक्रमण के मामलों में रेमडेसिविर के आपात इस्तेमाल की इजाजत है.
गिलियड साइंसेज की मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी जोहाना मर्सीयर ने सोमवार को कहा, ‘‘भारत में हाल में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि का लोगों पर बहुत बुरा असर पड़ा है और इसने स्वास्थ्य प्रणाली पर अप्रत्याशित दबाव पैदा किया है.’’
कंपनी ने घोषणा की कि वह अपने स्वैच्छिक लाइसेंसिंग भागीदारों को तकनीकी सहायता प्रदान करेगी और नये स्थानीय उत्पादक कंपनियों को जोड़ने तथा रेमडेसिविर (Remdesivir) का उत्पादन तेजी से बढ़ाने के लिए सक्रिय दवा सामग्री (एपीआई) देने का समर्थन करेगी.
कंपनी ने कहा कि गिलियड भारतीय मरीजों की तत्काल मदद के लिए वेकलरी (रेमडेसिविर) की 450,000 शीशियां दान में देगी.
कंपनी ने कहा कि भारत में गिलियड की लाइसेंस आधारित कंपनियों ने रेमडेसिविर (Remdesivir) का उत्पादन बढ़ा दिया है.
गिलियड का स्वैच्छिक लाइसेंसिंग कार्यक्रम मई 2020 में लागू हुआ था और इसकी मदद से 60 से अधिक निम्न एवं मध्यम आय वाले देशों के 23 लाख से अधिक लोगों तक दवा की पहुंच सुनिश्चित हो पायी है.