Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक दिन में कोरोना वायरस (COVID-19) के 25,986 नए मरीज मिले हैं तो वहीं 368 लोगों की मौत हुई है. वहीं राजधानी में पॉजिटिविटी रेट 31.76 फीसदी हो गया है. यानी टेस्ट कराए जाने वालों में से लगभग हर तीसरा व्यक्ति संक्रमित पाया जा रहा है. ये लगातार 7वां दिन था जब दिल्ली में 300 लोगों से ज्यादा की मृत्यु हुई है. 22 अप्रैल को दिल्ली में 306 लोगों की मौत हुई थी उसके बाद इसमें लगातार वृद्धि देखने को मिली और मंगलवार को 381 लोग ने जान गंवाई थी.
दिल्ली में 22 अप्रैल को ही पॉजिटिविटी रेट भी 36.24 फीसदी था जो अब तक का सर्वाधिक है. दिल्ली (Delhi) में अब तक 10.53 लाख से ज्यादा लोगों को कोविड-19 संक्रमण हो चुका है और 14,616 लोगों की मौत हो गई है. यहां एक्टिव मामले भी 1 लाख के करीब पहुंचने वाले हैं जबकि पूरे देश में एक्टिव मामले 30 लाख हैं. दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ 1,683 बेड खाली हैं और 54,578 मरीज घर पर ही आइसोलेशन में है.
कंटेनमेंट जोन बढ़कर 33,749 हो गए हैं जबकि एक दिन पहले ये 31,570 थे.
पिछले 24 घंटों में दिल्ली (Delhi) में 81,829 टेस्ट किए गए हैं जिसमें से 26,127 रैपिड एंटिजन टेस्ट थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में लोग टेस्टिंग के लिए स्लॉट बुक नहीं करवा पा रहे.
वहीं राजधानी में कल 57,718 वैक्सीन डोज लगाई गई है जिसमें से 32,272 लोगों को पहली डोज दी गई है और 19,446 लोगों को दूसरी डोज. यानी कुल वैक्सीनेशन में से पहली डोज लेने वाले लोग सिर्फ 56 फीसदी थे.
दिल्ली में 16 अप्रैल को 98,957 सैंपल का टेस्ट हुआ था और 17 अप्रैल को 99,230 सैंपल की जांच हुई थी. लेकिन अब उसमें गिरावट देखने को मिल रही है. 25 अप्रैल को ये 70 हजार के करीब थे तो वहीं 26 अप्रैल को सिर्फ 57,690 सैंपल की जांच हुई थी.
PTI के मुताबिक कल दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिल्ली सरकार से पिछले सात दिनों में आरटी-पीसीआर जांच की संख्या, जांच में कमी आने की वजह पर रिपोर्ट देने को कहा.