पिछले साल कोविड-19 महामारी फैलने के बाद पहली बार दिल्ली में एक दिन में 10,000 से ज्यादा मामले सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चेतावनी दी है कि अगर हॉस्पिटलों में कोविड बेड कम पड़ने लगे तो उन्हें लॉकडाउन लगाने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है.
रविवार को केजरीवाल ने कहा, “मैं लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हूं. मुझे लगता है कि कोरोना का उपाय लॉकडाउन नहीं है, लेकिन अगर मरीजों के चलते हॉस्पिटल स्ट्रक्चर बैठने लगेगा तो किसी भी सरकार को ऐसा करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है.”
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अगर “नागरिक सहयोग करेंगे और हॉस्पिटल व्यवस्थाएं नियंत्रण में रहेंगी तो हम दिल्ली में लॉकडाउन नहीं लगाएंगे.” केजरीवाल आज राजधानी में कोरोना के हालात को लेकर अधिकारियों के साथ एक बैठक भी कर रहे हैं.
कर्नाटक में भी लॉकडाउन लगाने की चेतावनी
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा है कि अगर जरूरी हुआ तो सरकार को लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है. उन्होंने कहा है, “लोगों को अपनी भलाई के बारे में सोचना चाहिए. अगर वे लापरवाही करेंगे तो हमें सख्त उपाय करने पड़ सकते हैं. अगर जरूरी हुआ तो हम लॉकडाउन लगा सकते हैं.”
महाराष्ट्र में 14 को होगा लॉकडाउन पर फैसला
कोरोना को लेकर सबसे ज्यादा चिंताजनक हालात महाराष्ट्र में बने हुए हैं और वहां इस बात की बड़ी आशंका है कि सरकार आने वाले दिनों में लॉकडाउन का ऐलान कर सकती है. राज्य में कोरोना के हालात तेजी से बेकाबू हुए हैं. राज्य सरकार कुछ दिन पहले ही रात के कर्फ्यू और वीकेंड पर लॉकडाउन को लगा चुकी है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने रविवार को कोविड-19 टास्क फोर्स की बैठक के बाद कहा था कि राज्य में लॉकडाउन लगाने के बारे में कोई भी फैसला 14 अप्रैल के बाद किया जाएगा.
इसके बाद इस तरह की आशंकाएं पैदा हो रही हैं कि राज्य सरकार 14 के बाद कभी भी राज्य में लॉकडाउन का ऐलान कर सकती है. दूसरी ओर, खबरों के मुताबिक, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे आज वित्त विभाग के अधिकारियों से बैठक करने वाले हैं.