COVID Vaccine: एक अप्रैल को भारत में वैक्सीनेशन के तीसरे चरण की शुरुआत हो गई है और इसके साथ वैक्सीनेशन में तेजी भी आई है. तीसरे तरण के पहले दिन देशभर में 36,71,242 को वैक्सीन लगाई गई जिसमें से 33,65,597 को पहला डोज दिया गया है और 3,05,645 को दूसरा डोज. भारत में अब तक 6,87,89,138 करोड़ को वैक्सीन दी जा चुकी है. इसमें से 5,91,48,798 को पहला डोज मिला है जबकि 96,40,340 को दूसरा डोज दिया गया है.
एक अप्रैल से देशभर में 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन (COVID Vaccine) लगाई जा रही है. वैक्सीन के लिए लोग कोविन पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. किसी वैक्सीनेशन सेंटर पर सीधे पहुंचकर भी रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है. कोविन पोर्टल के मुताबिक 42,607 सेंटर्स पर वैक्सीन लगाई जा रही है जिसमें से 37,456 सरकारी सेंटर्स हैं जहां मुफ्त में कोरोना वैक्सीन लगेगी. कोविन के अपडेट के मुताबिक आज अब तक 4,36,717 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है और 2,64,513 को वैक्सीन लगाई जा चुकी है.
कोरोना के कहर से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में 65,19,976 को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. कल राज्य में 3 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन (COVID Vaccine) लगाई गई. गुजरात में 61.65 लाख और राजस्थान 60.05 लाख को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. पंजाब में सिर्फ 9.20 लाख को वैक्सीन लगी है जबकि दिल्ली में 13.36 लाख को वैक्सीन लगाई गई है.
Register now on the CoWIN portal and get vaccinated on your turn. pic.twitter.com/JXrnt5p0zM
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) April 2, 2021
भारत में एक दिन में कुल 81,466 नए कोरोना मरीज मिले हैं और 469 लोगों की कोविड-19 संक्रमण से मौत हो गई है. एक दिन में इससे ज्यादा मामले 6 महीने पहले 1 अक्टूबर को मिले थे. तब एक दिन में 81,484 संक्रमित पाए गए थे. आपको बता दें कि सितंबर 2020 में भारत में कोरोना संक्रमण का ग्राफ चरम पर था, तब एक दिन में 90 हजार से ज्यादा मामले सामने आए थे.
भारत में बढ़ते मामलों के साथ ही एक्टिव मामले 5 फीसदी हो गए हैं. देश में अब तक 1,23,03,131 लोगों को कोविड-19 संक्रमण (COVID-19 Infections) हो चुका है. इसमें से 1,15,25,039 यानि 93.68 फीसदी लोग ठीक हो चुके हैं. फरवरी में ही भारत में रिकवरी रेट 97 फीसदी के पार निकला था और इसमें लगातार गिरावट चिंता दर्शाती है. देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1,63,396 हो गई है जो कुल मामलों का 1.33 फीसदी है.