कोरोना के इलाज में इन घरेलू नुस्खों में न फंसे, बढ़ सकती है तकलीफ

COVID Treatment: नींबू-बेकिंग पाउडर, कपूर और लहसुन को कोरोना के इलाज में कारगर बताने वाले कई पोस्ट आपने देखने होंगे, अब इनका सच भी देख लें.

कोरोना के इलाज में इन घरेलू नुस्खों में न फंसे, बढ़ सकती है तकलीफ

बीमारी आई नहीं कि घर पर ही उसका इलाज ढूंढ़ लिया जाता है. लेकिन कोरोना ऐसी वैश्विक महामारी बनकर आई है और लोगों को इतना सता रही है कि लोग इसके इलाज के लिए आए किसी भी व्हॉट्सऐप फॉरवर्ड से लेकर लोगों की कही-सुनी पर विश्वास कर इस्तेमाल में लग रहे हैं. घर पर इन सामान के इस्तेमाल से इम्यूनिटी को बूस्ट जरूर मिल सकता है लेकिन कोविड-19 संक्रमण (COVID-19 Infection)  के इलाज में लेकर कुछ ऐसी भ्रामक बातें भी फैलाई जा रही हैं जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकती हैं.

कोरोना पर भ्रामक बातें

ऐसे ही कुछ लोगों में ये जानकारी फैलाई जा रही थी कि निंबू को बेकिंग सोडा के साथ मिलाकर इस्तेमाल करने से कोविड-19 (COVID-19)  संक्रमण ठीक हो जाता है. इसपर सफाई देते हुए सरकार ने कहा है कि इसका कोई प्रमाण नहीं है कि नींबू और बेकिंग सोडा का एक साथ इस्तेमाल कोरोना ठीक कर सकता है.

वहीं कपूर, आजवाइन और लौंग के इस्तेमाल से सांस लेने की दिक्कत हल होने का भी दावा किया गया है. लेकिन इसके भी कोरोना संक्रमण के इलाज में कारगर होने पर कोई प्रमाण नहीं है.

वहीं कई ऐसे पोस्ट भी हैं जो शराब के सेवन को भी कोरोना से सुरक्षा कवच बताते हैं. ऐसी बातों में ना आए. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने भी साफ किया है कि शराब के सेवन से कोरोना के खिलाफ सुरक्षा नहीं मिलती जबकि इससे स्वास्थ्य पर खराब असर भी पड़ सकता है.

ऐसे ही कई बार पहले भी ये भ्रामक बातें फैलाई गई हैं कि अत्याधिक गर्मी और धूप में जाने से कोरोना मर जाता है. ये भी गलत है. साथ ही वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने कोरोना को मारने के लिए अल्ट्रा वाइलेट लैंप्स के इस्तेमाल को भी गलत बताया है. WHO की वेबसाइट के मुताबिक UV लैंप्स को हाथों या अपने त्वचा को डिसइन्फेक्ट करने के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. साबुन और पानी से हाथ धोने और सैनेटाइजर से साफ करने पर ही त्वचा से वायरस खत्म होता है.

ठीक ऐसे ही ये भी एक भ्रम है कि लहसुन खाने से कोरोना नहीं होता. लहसुन आपकी सेहत के लिए जरूर अच्छा है और कुछ एंटी-माइक्रोबल खासियत भी रखता है लेकिन लहसुन खाने से कोरोना ठीक हो जाता है इसका कोई प्रमाण नहीं है.

ऐसे कोरोना मरीज जो घर पर ही पृथकवास में हैं उन्हें अपनी सेहत के लिए सामान्य तौर पर खान-पान जारी रखना चाहिए और कमरे में ही टहलने की कोशिश करनी चाहिए. उन्हें समय-समय पर ऑक्सीजन का स्तर नापना चाहिए और अगर ये 94 सी नीचे होता है तो डॉक्टर और अस्पताल से संपर्क करना चाहिए.

Published - April 24, 2021, 01:57 IST